आगरा कालेज में छात्रों की गुटबाजी हावी हो गई है। एक पूर्व छात्र का गुट अपना दबदबा कायम करना चाहता है। गोलीकांड को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। फिलहाल कालेज प्रशासन आरोपी छात्रों का प्रवेश निरस्त करने जा रहा है।
कालेज के प्राचार्य डा. एके गुप्ता का कहना है कि इन छात्रों का कालेज आने का उद्देश्य पढ़ाई करना नहीं है। यह दहशत फैलाने और मस्ती करने के उद्देश्य से आते हैं। कुछ पूर्व छात्र लगातार कालेज का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य ऐसे छात्रों पर नजर रखते हैं। कई बार ऐसा होता है कि बोर्ड के सदस्य कक्षाओं में पढ़ाने के लिए चले जाते हैं, इसका फायदा उठाकर ये अंदर प्रवेश कर जाते हैं।
नवनीत यादव और बिलाल पर पहले भी कालेज प्रशासन की ओर से एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। कार्रवाई न होने से इनका हौसला बढ़ा हुआ है। कालेज के छात्र मयंक चौधरी, शाहरुख और क्रिश का प्रवेश निरस्त किया जाएगा। कालेज में इनके प्रवेश पर रोक लगाया जाएगा।
कालेज की बाउंड्रीवाल भी कई जगह से टूटी है। गेट पर सख्ती होने पर पूर्व छात्र और बाहरी लोग टूटी बाउंड्रीवाल से कालेज में प्रवेश कर लेते हैं।
प्राचार्य डा. एके गुप्ता ने बताया कि कालेज की बाउंड्रीवाल को ठीक कराकर प्रवेश द्वार पर चौकसी की जाएगी। एनएसयूआई के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव अमित सिंह का आरोप है कि बिलाल अहमद को कालेज प्रशासन जानबूझकर फंसा रहा है।
वह मौके पर नहीं था। कालेज के प्रशासन के पास कोई साक्ष्य हो तो प्रस्तुत करे। बिलाल एनएसयूआई के जिला समन्वयक है। इसलिए उसे फंसाया जा रहा है।
कार्रवाई की जाए
फुपुक्टा (फेडरेशन ऑफ यूपी यूनिवर्सिटी कालेज टीचर्स एसोसिएशन) के अध्यक्ष अध्यक्ष डा. वीरेंद्र सिंह चौहान ने पुलिस प्रशासन से दोषी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
उनका कहना है कि कालेज प्रशासन की ओर से पहले भी ऐसे छात्रों के खिलाफ तहरीर दी गई है। कोई कार्रवाई न किए जाने से इनके हौसले बढ़ रहे हैं।
कालेज में पढ़ाई का माहौल बिगड़ रहा है। औटा (डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ) के महामंत्री डा. निशांत चौहान का कहना है कि दोषी छात्रों और पूर्व छात्रों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन किया जाएगा।