लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2019 के पांचवें चरण के लिए चुनावी जंग तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार एक मई को बतौर प्रधानमंत्री पहली बार अयोध्या जिले का दौरा करेंगे। पीएम मोदी अयोध्या और अंबेडकरनगर के बीच फैजाबाद के गोसाईंगंज के मया बाजार इलाके में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे। लेकिन वह रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन नहीं करेंगे। वहीं अखिलेश और मायावती की संयुक्त रैली अयोध्या के रामसनेही घाट में होगी।

पीएम मोदी अयोध्या से करीब 25 किमी दूरी पर रैली को संबोधित करेंगे। इस दौरान 4 से 5 लाख से ज्यादा की संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं का यहां मौजूद रहेंगे। फैजाबाद अयोध्या लोकसभा प्रत्याशी लल्लू सिंह और अम्बेडकरनगर के प्रत्याशी मुकुट बिहारी वर्मा के समर्थन में जन सभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री की यह जनसभा दो जिलों के प्रत्याशियों के लिए संयुक्त जनसभा होगी।
पीएम नरेंद्र मोदी की अयोध्या में यह दूसरी जनसभा हो रही है। इससे पूर्व 2014 में सीएम रहते नरेंद्र मोदी ने जीआईसी मैदान में जनसभा की थी। पीएम नरेंद्र मोदी के अयोध्या आगमन पर अयोध्या के संतो में खुशी है। लेकिन एक मलाल भी है। संतो का कहना है कि पीएम नरेन्द्र मोदी का अयोध्या में स्वागत है। लेकिन उन्हें रामलला के दर्शन जरूर करने चाहिए।
पीएम नरेंद्र मोदी अयोध्या में आज पहुंच रहे हैं। लेकिन वह श्री रामलला व हनुमानगढ़ी के दर्शन नहीं करेंगे। यह मसला स्थानीय लोगों के लिए हैरानी की वजह बन गया है। अयोध्या के संतो का कहना है की अयोध्या में पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत है। लेकिन उनको श्री रामलला व हनुमान गढ़ी का दर्शन जरूर करना चाहिए। संतों को इस बात का मलाल है कि पीएम नरेन्द्र मोदी अयोध्या आ कर भी रामलला से दूरी बनाए हुए हैं।
संत समाज मानता है कि पीएम मोदी की दूसरी बार की सरकार में राम मंदिर का निर्माण जरूर होगा। साथ ही धारा 370 भी समाप्त होगा। अयोध्या लोकसभा सीट से बीजेपी के लल्लू सिंह सांसद हैं और पार्टी ने उन्हें एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री और सपा,बसपा गठबंधन से सपा नेता आनंदसेन यादव को चुनावी मैदान में उतारा गया हैं।
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