चंद्र ग्रहण आज 5 जुलाई दिन रविवार को लगने वाला है। इस दिन आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि रहेगी, जो गुरु पूर्णिमा के नाम से विख्यात है। आषाढ़ पूर्णिमा के दिन लगने वाला चंद्र ग्रहण इस वर्ष का तीसरा चंद्र ग्रहण होगा। यह चंद्र ग्रहण धनु राशि में लग रहा है। शास्त्रों के अनुसार, चंद्र ग्रहण के दिन 09 घंटे पूर्व ही सूतक काल लग जाता है। कभी सूतक काल में धार्मिक और मांगलिक कार्य करना वर्जित माना गया है। इस दौरान भोजन, शयन आदि की मनाही होती है। सूतक काल में हरि वंदना, ईश्वर की आराधना आदि को महत्व दिया गया है। आइए जानते हैं कि यह चंद्र ग्रहण कब लगेगा, किन जगहों पर दृश्य होगा और सूतक काल का समय क्या होगा?
चंद्र ग्रहण का समय
गुरु पूर्णिमा यानि आज लगने वाले चंद्र ग्रहण का प्रारंभ सुबह 08 बजकर 38 मिनट पर होगा। परमग्रास चन्द्र ग्रहण का समय 09 बजकर 59 पर होगा। ग्रहण का मोक्ष काल दिन में 11 बजकर 21 मिनट पर होगा। ऐसे में देखा जाए तो इस चंद्र ग्रहण का कुल समय 02 घण्टा 43 मिनट 24 सेकेण्ड है।
सूतक काल
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के समय में चंद्रमा या सूर्य पीड़ित होते हैं, इसलिए धार्मिक और मांगलिक कार्यों की मनाही होती है। गुरु पूर्णिमा के दिन लगाने वाला चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्र ग्रहण है, ऐसे में सूतक काल नहीं लगता है, न ही ग्रहों पर इसका कोई प्रभाव होता है। ग्रहण के समय में पूजा, जप व भजन-कीर्तन करना ही ठीक रहता है।
ग्रहण के समय करें इस मंत्र का जाप
ग्रहण के समय में व्यक्ति को भगवान वासुदेव या श्रीकृष्ण मंत्र का जाप करना चाहिए। इस दिन आप ओम नमो भगवते वासुदेवाय या श्रीकृष्णाय श्रीवासुदेवाय हरये परमात्मने, प्रणत:क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नम: मन्त्र का जाप करना चाहिए।
इन स्थानों पर दिखेगा चंद्र ग्रहण
इस बार यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। इसे अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में देखा जा सकेगा। अगला चंद्र ग्रहण अब 29 नवंबर को लगेगा।