श्रावण के तीसरे सोमवार पर आज महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का विशेष शृंगार किया गया है। बाबा महाकाल के दर्शन और आशीर्वाद पाने के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं। श्रावण सोमवार पर आज अग्रिम बुकिंग के आधार पर दोपहर एक बजे तक भक्तों को मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा, इसके बाद शाम 7 बजे से 9 बजे तक मंदिर में प्रवेश मिलेगा। आज सामान्य प्रोटोकाल तथा 250 रुपये के शीघ्र दर्शन टिकट की सुविधा बंद है।
श्रावण की तीसरी सवारी आज
श्रावण मास में सोमवार को भगवान महाकाल की तीसरी सवारी निकलेगी। महाकाल पालकी में चंद्रमौलेश्वर व हाथी पर मनमहेश रूप में सवार होकर दर्शन देंगे। मंदिर प्रशासन ने पुजारी, पुरोहित की सहमति से उमामहेश का मुखारविंद नहीं निकालने का निर्णय लिया है। मंदिर की परंपरा अनुसार श्रावणभादौ मास की प्रत्येक सवारी में भगवान का एक नया मुखारविंद शामिल किया जाता है, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते बीते दो सालों से सवारी के स्वरूप में बदलाव किया गया है। नई व्यवस्था के अनुसार श्रावण भादौ मास की प्रथम छह सवारी में भगवान महाकाल के सिर्फ दो मुखारविंद चंद्रमौलेश्वर व मनमहेश को शामिल किया जाएगा। बताया जाता है शेष पांच मुखारविंद छह सितंबर को निकलने वाली शाही सवारी में एक साथ बैलगाड़ी पर निकलेंगे।
ओंकारेश्वर का पंचामृत महाअभिषेक व ममलेश्वर का महाशृंगार होगा
सावन माह के तीसरे सोमवार को तीर्थनगरी में परंपरानुसार भगवान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग का कोटितीर्थ घाट पर 251 लीटर पंचामृत से महाअभिषेक होगा। भगवान ममलेश्वर महादेव के मूलस्वरूप का महाशृंगार होगा। इसके साथ ही दोनों मंदिरों से भगवान की सवारी नगर भ्रमण पर निकलेगी। भीड़ नियंत्रण के लिए इनमें आम श्रद्धालु शामिल नहीं हो सकेंगे। रविवार को हरियाली अमावस्या पर तीर्थनगरी में 50 हजार श्रद्धालुओं ने नर्मदा स्नान और मंदिर में दर्शनों का लाभ लिया।
मंदसौर : आज शाही पालकी में विराजेंगे भगवान पशुपतिनाथ
शयनकालीन आरती मंडल पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में ही भगवान भोलेनाथ की शाही पालकी निकालेगा। सावन के तीसरे सोमवार को मंदिर में 50 हजार भक्तों के आने का अनुमान है।