वेस्टइंडीज के बहतरीन हरफनमौला क्रिकेटरों में शुमार कीथ बॉयस का निधन आज (11 अक्टूबर) ही उनके 53वें बर्थडे पर हो गया था. बॉयस एकमात्र इंटरनेशनल क्रिकेटर रहे, जिन्होंने दुनिया को अपने जन्मदिन पर अलविदा कह दिया. बॉयस लंबे समय से लीवर सिरोसिस नामक बीमारी के शिकार थे. 1996 में दवा दुकान पर कुर्सी पर बैठ हुए थे, तभी वह गिर पड़े और उनकी मौत हो गई.क्या आप जानते है? अमिताभ बच्चन के इस दामाद के बारे में, बॉलीवुड में ही करते हैं काम
बॉयस ने 21 टेस्ट के अलावा 8 वनडे मैचों में वेस्टइंडीज का प्रनिनिधित्व किया. काउंटी में एसेक्स की ओर लंबे समय तक खेले. 285 प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 852 विकेट लिए, जबकि 8800 रन भी बनाए. 1975 में खेले गए पहले वर्ल्ड कप में उन्होंने जबर्दस्त प्रदर्शन किया था. खासकर फाइनल में उन्होंने कमाल का ऑलराउंड खेल दिखाया.
लॉर्डस में खेले गए उस फाइनल में बॉयस ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 37 गेंदों में 34 रन बनाए. जबकि गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट भी निकाले. उनका गेंदबाजी विश्लेषण रहा- 12-0-50-4. बॉयस ने 18.50 की औसत से टूर्नामेंट में कुल 10 विकटे झटके थे. उन दिनों 60 ओवर के वनडे खेले जाते थे, जो 1983 वर्ल्ड कप तक जारी रहा.
लेकिन, 1975 के वर्ल्ड कप का फाइनल कप्तान क्लाइव लॉयड के 85 गेंदों पर 102 रनों की पारी को ही याद किया जाता है. बॉयस की शानदार गेंदबाजी को नहीं. ऑस्ट्रेलियाई टीम 292 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 274 रनों पर सिमट गई थी. इंडीज ने 17 रनों से वह पहला वर्ल्ड कप जीत लिया था.