आज है गीता जयंती का पर्व, जानें इस दिन का महत्त्व…
आज देशभर में गीता जयंती पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण द्वारा दिए गए उपदेशों को पढ़ा जाता है और जीवन में उन्हें पालन करने का प्रण लिया जाता है। बता दें कि अधिकांश हिन्दू घरों में गीता का पाठन और श्रवन किया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि श्रीमद्भगवत गीता को साक्षात श्री कृष्ण का स्वरूप माना जाता है और इनमें दिए गए ज्ञान से व्यक्ति अपने जीवन में अधर्म रूपी अंधकार को दूर कर सकता है। बता दें कि हर साल मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन गीता जयंती पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष यह विशेष पर्व आज यानि 03 दिसंबर 2022, शनिवार ( के दिन हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। गीता जयंती के दिन भगवत गीता के सन्दर्भ में कई कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं और भगवान श्री कृष्ण के उपदेश को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य विभिन्न धार्मिक संस्थानों द्वारा किया जाता है।
गीता में श्री कृष्ण ने जीवन के कई रहस्यों से पर्दा उठाया है। उनहोंने न केवल गीता के माध्यम से धर्म के विषय में बताया है बल्कि ज्ञान, बुद्धि, जीवन में सफलता इत्यादि के विषय में भी मनुष्य को अवगत कराया है। आइए हम भी गीता के उन मूल मंत्रों को जान लें, जिनसे सभी प्रकार के अधर्म दूर हो जाता है और जीवन में सदैव आनंद की अनुभूति होती है।