आज चंद्र दर्शन व्रत है। यह व्रत हर महीने अमावस्या के एक दिन या दो दिन बाद पड़ता है। इस दिन चंद्र देव की पूजा उपासना की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन चंद्र दर्शन बहुत ही सौभाग्यशाली और फलकारी होती है, क्योंकि जब चंद्र दर्शन प्रतिपदा को पड़ता है तो इस दिन सूर्यास्त के बाद एक घड़ी के साथ चंद्रास्त हो जाता है। ऐसे में इस दिन चंद्र दर्शन का विशेष महत्व है।
चंद्र दर्शन शुभ मुहूर्त
इस दिन चंद्र दर्शन का शुभ मुहूर्त शाम में 6 बजकर 32 मिनट से प्रारंभ होकर रात में 8 बजकर 32 मिनट तक है। इस समय में आप चंद्र दर्शन कर व्रत खोल सकते हैं। इस बार चंद्र दर्शन व्रत द्वितीया को है। अतः व्रती को चंद्र दर्शन जरूर होगा।चंद्र दर्शन महत्व यह एक ऐसा व्रत है, जिसमें चंद्र देव की पूजा उपासना की जाती है। अतः इस व्रत का विशेष महत्व है। देश के सभी हिस्सों में इस पर्व को मनाया जाता है।
खासकर उत्तर भारत में चंद्र दर्शन व्रत हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। ज्योतिष में ऐसा लिखा है कि अगर किसी व्यक्ति की राशि में चंद्र कमजोर हो तो उन्हें चंद्र दर्शन व्रत जरूर करना चाहिए। इस व्रत को करने से सुख और समृद्धि प्राप्त होती है।
चंद्र दर्शन पूजा विधि
इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर घर की साफ-सफाई करें। इसके बाद गंगाजल युक्त पानी से स्नान ध्यान कर व्रत संकल्प लें। अब चंद्र देव की तस्वीर प्रतिस्थापित कर उनकी पूजा फल, फूल, धूप-दीप, दूर्वा आदि से करें। इस दिन शिव जी की पूजा जरूर करें। इस दिन निर्जला उपवास करने का भी विधान है। आप अपनी क्षमता अनुसार उपवास रखें। शाम में किसी फल को हाथ में रखकर चंद्र दर्शन करें। इसके बाद व्रत खोल भोजन ग्रहण करें। इस दिन जरूरतमंदों एवं गरीबों को दान जरूर दें।