लॉकडाउन की महाबंदी में फंसे यात्रियों की भीड़ अपने घरों की तरफ रुख करने लगी है। वहीं, काम पर लौटने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। एक जून से नियमित ट्रेनों का परिचालन शुरू हो रहा है। इसमें वाराणसी से दो जून को नियमित विशेष ट्रेनें देश के विभिन्न महानगरों के लिए प्रारंभ हो रही हैं। इस कड़ी में मुंबई की तुलना में दिल्ली रूट की ट्रेनों में सबसे ज्यादा भीड़ है।
आठ जून तक शिवगंगा व महामना और पूर्वा एक्सप्रेस की सीटें फूल हो चुकी हैं। फिलहाल महाराष्ट्र में संक्रामक रोग के खतरे को देखते हुए यहां से घोषित महानगरी एक्सप्रेस, कामायनी एक्सप्रेस व पवन एक्सप्रेस में बर्थ की उपलब्धता बनी हुई है। हालांकि रेल अफसरों के अनुसार मुंबई की ट्रेनों में भी एक-दो दिन में आरक्षित टिकटों की उपलब्धता भी मुश्किल हो जाएगी।
आरक्षण काउंटर पर यात्रियों का हंगामा
वाराणसी जंक्शन स्थित मुख्य आरक्षण केंद्र पर गुरुवार को काउंटर बंद होने से यात्रियों ने हंगामा किया। उन्होंने विभागीय कर्मचारियों से अपनी नाराजगी जताई। हालांकि कर्मचारियों के समझाने पर सभी मानने को तैयार हो गए। आम दिनों की तुलना में टिकट काउंटर पर रिफंड कराने वालों की ज्यादा भीड़ थी। यात्रियों की सुविधा के लिए सुबह तीन काउंटर खोले गए थे। इनमें दोपहर दो बजे के बाद काउंटर नंबर सात को बंद कर दिया गया। इसे लेकर यात्रियों ने कर्मचारियों से नाराजगी जाहिर की।
तीन से चार घंटे लाइन में खड़े लोगों को यह बात नागवार गुजरी। उन्होंने कर्मचारियों से जवाब मांगा। हालात सम्हालने के लिए आरपीएफ और जीआरपी के सिपाहियों को बुलाया गया। काफी समझाने के बाद यात्री मानने को तैयार हो गए। काउंटर नम्बर 5 और 9 पर बारी बारी से यात्रियों को टिकट का रिफंड किया गया। वाराणसी जंक्शन स्थित मुख्य आरक्षण केंद्र पर गुरुवार को सर्वाधिक आठ लाख रुपए के टिकट का रिफंड हुआ। आम दिनों की तुलना में यात्रियों की भीड़ ज्यादा थी।