नई दिल्ली. देश के बुनियादी औद्योगिक क्षेत्र में पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले इस साल अच्छी बढ़त देखने को मिली है. आज नई दिल्ली में इस संबंध में जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार कोयला, गैस, तेल जैसे बुनियादी उद्योगों ने पिछले साल की तुलना में इस साल बेहतर प्रदर्शन किया है. आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर इस साल फरवरी में 5.3 प्रतिशत रही. रिफाइनरी उत्पादों, उर्वरक तथा सीमेंट क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन से अच्छी वृद्धि दर में मदद मिली.
आठ बुनियादी उद्योगों में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट तथा बिजली है. बता दें कि पिछले साल इन्हीं उद्योगों की बढ़ोतरी दर कम थी. इन उद्योगों की वृद्धि दर पिछले साल फरवरी में केवल 0.6 प्रतिशत थी. वहीं जनवरी में बुनियादी उद्योगों में 6.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई. बुनियादी उद्योग की वृद्धि दर का प्रभाव औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर पड़ेगा. कुल औद्योगिक उत्पादन में इन आठ बुनियादी उद्योग का योगदान करीब 41 प्रतिशत है.
यहां आज जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादन फरवरी में 7.8 प्रतिशत की दर से बढ़ा, जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 2.8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी. उर्वरक तथा सीमेंट उत्पादन में आलोच्य महीने में क्रमश: 5.3 प्रतिशत तथा 22.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई. बिजली उत्पादन भी फरवरी में 4 प्रतिशत की दर से बढ़ा, जबकि फरवरी 2017 में इसमें 1.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी. कोयला तथा इस्पात उत्पादन की वृद्धि दर आलोच्य महीने में घटकर क्रमश: 1.4 प्रतिशत तथा 5 प्रतिशत रही. वहीं एक साल पहले इसी महीने में इसमें क्रमश: 6.6 प्रतिशत तथा 8.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. कुल मिलाकर आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर वित्त वर्ष 2017-18 में अप्रैल-फरवरी के दौरान 4.3 प्रतिशत रही जो पिछली तिमाही में 4.7 प्रतिशत थी.
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