अलकायदा समर्थित अंसार गजवातुल हिंद माड्यूल के आतंकी मिनहाज के तीन सक्रिय साथियों की गिरफ्तारी के बाद अब उसके कुछ अन्य साथियों की तलाश तेज की गई है। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने मिनहाज को पिस्टल दिलाने में खास भूमिका निभाने वाले शकील, मु.मुस्तकीम व मु.मुईद को गुरुवार को कड़ी सुरक्षा में कोर्ट में पेश किया। एटीएस की विशेष अदालत ने तीनों को 29 जुलाई तक के लिए न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। एटीएस ने तीनों की पुलिस रिमांड हासिल करने के लिए अर्जी कोर्ट में दाखिल की है, जिस पर शुक्रवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई होगी। एटीएस को मिनहाज को असलहा मुहैया कराने वाले तस्कर के बारे में भी ठोस जानकारी मिली है। जल्द उसकी भी गिरफ्तारी हो सकती है। एटीएस लखनऊ से 11 जुलाई को पकड़े गए आतंकी मिनहाज व मसीरूद्दीन को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने भी दोनों से पूछताछ की है। इंटरनेट मीडिया के जरिये भी मिनहाज के संपर्क में कई युवक थे। असलहा व विस्फोटक जुटाने के बाद यह माड्यूल कई शहरों में आतंकी घटनाएं करने का षड्यंत्र रच रहा था। इसके लिए अलग-अलग शहर के निवासी युवकों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी जानी थीं। एटीएस इन बिंदुओं को लेकर अपनी पड़ताल तेजी से आगे बढ़ा रही है। सूत्रों का कहना है कि मिनहाज के मोबाइल फोन का कुछ डाटा रिकवर कर लिया गया है। उसके जरिये भी एटीएस को अहम सुराग हाथ लगे हैं। एटीएस अब शकील, मु.मुस्तकीम व मु.मुईद से भी नए सिरे से पूछताछ किए जाने का इंतजार कर रही है। तीनों का मिनहाज व मसीरुद्दीन से अलग-अलग सामना कराया जाएगा। मसीरुद्दीन ने मुस्तकीम के अलावा कुछ अन्य युवकों को भी मिनहाज से जोड़ा था। लखनऊ के निवासी कुछ अन्य संदिग्ध युवकों की गतिविधियों की छानबीन कराई जा रही है।
एटीएस की एक टीम इंटरनेट मीडिया पर इस माड्यूल की गतिविधियों को लेकर लगातार पड़ताल में जुटी है। इसके जरिए भी मिनहाज के अधिक संपर्क में रहे उसके साथियों को चिन्हित किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि मिनहाज व मसीरुद्ददन से पूछताछ के दौरान मिली जानकारियों के आधार पर ही बुधवार को माड्यूल के तीन अन्य आतंकी शकील, मु.मुस्तकीम व मु.मुईद पकड़े गए थे। इनमें शकील आतंकियों के विरुद्ध एटीएस के लखनऊ थाने में दर्ज एफआइआर में नामजद था। आतंकी मिनहाज ने अपने साथियों की मदद से 15 अगस्त से पहले प्रदेश में भीड़भाड़ वाले स्थानों पर आतंकी घटनाएं करने का गहरा षड्यंत्र रचा था। माड्यूल के जरिए मानव बम तैयार किए जाने की बात भी सामने आ चुकी है। हालांकि अभी एटीएस इसके बारे में अधिक जानकारियां नहीं जुटा सकी है।