लखनऊ: कैशलेस अर्थ-व्यवस्था मे आनलाइन फ्रांड की संभावना काफी बढ़ गयी है। अगर आप आनलाइनफ फ्राड से बचना चाहते हैं तो ऑनलाइन ट्रांजेक्शन वाले अकाउंट के पासवर्ड में स्पेस देकर अधिक सुरक्षित बनाया जा सकता है। ऐसे अकाउंट को हैक करने में दुनिया के बड़े से बड़े हैकर के पसीने छूट जाएंगे। यह बात संभागीय चेंबर ऑफ कामर्स ने सायबर क्राइम पर आयोजित सेमिनार में चेयरमैन एंड साइबर आर्मी क्राइम एनालिस्ट किसलय चौधरी ने कही।
श्री चौधरी ने कहा कि साइबर अपराधियों को कुछ नहीं आताए वे सिर्फ गूगल से स्टेप देखकर लोगों को ठगते हैं। आम लोग जानकारी नहीं होने के कारण उनसे डरते हैं। उन्होंने कहाकि सोशल मीडिया से जुड़े अपराधों की सबसे ज्यादा शिकार लड़कियां हो रही हैं। उन्हें बचाव के लिए सुरक्षा अपनाने की जरूरत है। यदि कोई ब्लैकमेल करने की कोशिश करे तो तुरंत पुलिस की मदद लें। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर आसानी से किसी पर भरोसा करने के बजाय सावधानी रखें और सामान्य जानकारी जुटाकर उपयोग करें। उन्होंने यह भी बताया कि अनजान ईमेल नहीं खोलने चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनिया में सबसे आसान काम साइबर क्राइम को हल करना है। ऐसा अपराध कभी भी छुपाया नहीं जा सकता।
एक्सपर्ट ने बताए सुरक्षा के उपाय
डिजिटल लॉकर का प्रयोग ना करें।
कोई भी एप्लीकेशन सेव नहीं करना चाहिए।
जो एप्लीकेशन मोबाइल में नहीं चल रहे हैं उन्हें तुरंत रिमूव करना चाहिए।
जिस मेल व बेवसाइड के बारे में आप नहीं जानते उसे कभी ओपन ना करें।
इंटरनेट इस्तेमाल करने से डरे नहीं बल्कि थोड़ी सी सुरक्षा अपनाने की जरूरत है।
पासवर्ड को समय-समय पर बदलते रहें।
खुद जागरूक रहे और दूसरों को भी करें।