फरवरी महीने में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में आरोपित आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है कि नोएडा में भी टीम छापेमारी कर रही है।
समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, ईडी की टीम दिल्ली-एनसीआर में 6 ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। ताहिर हुसैन के खिलाफ यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (Prevention of Money Laundering Act) के तहत की जा रही है।
आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन और उसके सहयोगियों को दिल्ली में साम्प्रदायिक हिंसा भड़काने की गहरी साजिश में शामिल पाया गया है। इसके साथ ही दंगों के दौरान उन पर आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या करने का भी आरोप है। फिलहाल ताहिर हुसैन जेल में बंद है। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ताहिर हुसैन के खिलाफ इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या की साजिश रचने समेत दिल्ली दंगों में शामिल होने का भी आरोप है।
इंटेलिजेंस ब्यूरो में तैनात सिपाही अंकित शर्मा की हत्या में आरोपित ताहिर हुसैन दरअसल, यूपी के अमरोहा का रहने वाला है। 2 दशक पहले मजदूरी करने दिल्ली आया, तब से दिल्ली के करावल नगर में ही परिवार के साथ रह रहा है। इस दौरान उसने खूब तरक्की की और अब एक फैक्ट्री का मालिक भी है। आर्थिक स्थिति ठीक होने पर अमरोहा से उसके पिता कल्लन सैफी भी परिवार के साथ दिल्ली में बेटे के पास पहुंच गए। ताहिर हुसैन का भाई गांव में एक स्कूल चलाता है।
18 करोड़ की संपत्ति का मालिक है ताहिर
यह भी कहा जाता है कि ताहिर हुसैन के पास तकरीबन 18 करोड़ रुपये की संपत्ति है। हैरानी तो इस बात की है कि वह सिर्फ आठवीं तक ही पढ़ा है। ताहिर ने 2017 में पहली बार चुनाव लड़ा था और AAP से पार्षद चुना गया।
ताहिर हुसैन का कोई आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं है।