चौबेपुर के बिकरू गांव में बदमाशों से मुठभेड़ में शहीद हुए सीओ देवेंद्र मिश्रा के परिवार वालों से मिलने पहुंचे आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य ने घटना को साजिशन करार देते हुए हाईकोर्ट के जज से प्रकरण की जांच कराने की बात कही है। कहा, सीओ को विभाग से ही खतरा था और बिल्हौर एसओ विनय तिवारी की करतूतों के बारे में कई बार एसएसपी से पत्राचार किया था। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई और साजिशन घटना को अंजाम दिया गया। इस मामले की जांच हाईकोर्ट के जज से कराई जानी चाहिए।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने सोमवार को स्वरूप नगर स्थित शहीद सीओ के आवास पर स्वजन से मुलाकात करके ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि ऐसे ईमानदार अधिकारी के पर हम सभी को गर्व है, उनकी ईमानदारी को स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। सीओ देवेंद्र मिश्रा ने मार्च माह में थानाध्यक्ष विनय तिवारी की करतूताें की सारी जानकारी एसएसपी को दी थी और कहा था कि उनके साथ गंभीर घटना घटित हो सकती है। पत्र के माध्यम से स्पष्ट किया था कि एसओ विनय तिवारी अपराधी विकास दुबे के साथ मिला हुआ है।
आप नेता ने बताया कि शहीद सीओ के स्वजनों ने उन्हें आॅडियो भी सुनाया है, जिसमें सीओ एसएसपी और विनय तिवारी के साथ बातचीत है। ऑडियो में सीओ ने दुष्कर्म, मवेशी से भरे कंटेनर के आरोपियों को विनय तिवारी द्वारा छोड़े जाने के बात कही है, ऑडियो में विनय तिवारी अपनी गलती स्वीकार कर रहा है। इसके बाद भी उसपर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यह घटना साजिश के तहत हुई है। उन्होंने कहा कि सीओ बदमाशों से मोर्चा ले रहे थे और बाकि पुलिसकर्मी भाग निकले। संजय सिंह ने सीएम योगी से हाईकोर्ट के जज द्वारा मामले की जांच करने की मांग की ताकि साजिश में शामिल लोगों का चेहरा बेकनाब हो सके। संजय सिंह ने कहा कि सरकार को शहीद सीओ के परिवार का सुरक्षा के इंतजाम करना चाहिए।