नई दिल्ली। 21 साल पुराने आय से अधिक संपत्ति मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शशिकला को बड़ा झटका देते हुए उन्हें चार साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही शशिकला का राजनीतिक भविष्य संकट में आ गया है। नियम के अनुसार शशिकला सजा पूरी करने के बाद भी अगले 10 साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगी। साथ ही उनके पार्टी महासचिव बने रहने पर भी संकट पैदा हो गया है।
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जानकारी के अनुसार सर्वोच्च न्यायालय ने हाईकोर्ट के फैसले को रद्द करते हुए निचली अदालत के फैसले को बलकरार रखा है। साथ ही अदालत ने कहा है कि शशिकला जल्द निचली अदालत के सामने पेश होने के लिए कहा है। शशिकला को अब 3 साल और 6 महीने जेल में गुजारना होगा क्योंकि वो 6 महीने की सजा पहले ही काट चुकी है। हालांकि शशिकला के पास अब भी पुनर्विचार याचिका दायर करने का मौका है लेकिन उसमें समय लगेगा और पन्नीरसेल्वम के लिए यर समय काफी है।
दुसरी तरफ राज्य की राजनीति में बड़ा बदलाव आया है और ओ पन्नीरसेल्वम और ताकतवर बनकर उभरे हैं। इसके बाद वो अब मुख्यमंत्री बने रहेंगे और फैसले के बाद उनके खेमे में जश्न का माहौल है। शशिकला के जेल जाने के बाद पार्टी के महासचिव पद पर भी नए व्यक्ति का चुनाव करना होगा।
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करीब 21 साल पुराने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जयललिता के दिवंगत होने के चलते उनके खिलाफ मामला खत्म कर दिया है वहीं केस में अन्य आरोपी सुधाकरन और इल्वरासी को 4 साल की कैद और 10-10 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है।
फैसले के बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि मुझे सजा सुनाए जाने की उम्मीद थी। मुझे लगता है कि वो इससे बचकर नहीं निकल पाएंगी।