चंडीगढ़। आरक्षण को लेकर हरियाणा में जाट समुदाय एक बार फिर से सड़क पर उतर आया है। राज्य के कई इलाकों में जाटों का धरना शुरू हो गया है। इसके मद्देनजर सरकार और प्रशासन ने कमर कस ली है। कई जिलों में धारा 144 लगा दी गई है। अर्द्धसैनिक बलों की कंपनियां पहुंच गई हैं। पुलिस और अर्द्धसैनिक बलाें ने राज्य में कई जगहों पर फ्लैग मार्च किया है।
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इससे पहले राज्य में 60 खापों ने अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के प्रधान यशपाल मलिक के विरोध का ऐलान किया है तो राेहतक में 43 खापों के प्रतिनिधियों ने बैठक कर यशपाल मलिक के समर्थन करने का फैसला किया है।
यमुनानगर में जाट 31 से करेंगे आंदोलन
उधर जाट अारक्षण समिति ने यमुनानगर मे 29 जनवरी के बजाए 31 जनवरी से आंदोलन शुरू करने का फैसला किया है। शुक्रवार को जगाधरी अनाज मंडी में हुई आरक्षण संघर्ष समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष कांशीराम पीरूवाला ने की। निर्णय लिया गया है कि सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया जाएगा।
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तब मुरथल में हुआ था हैवानियत का नंगा नाच
पिछले साल भी जाट आरक्षण आंदोलन भड़का था। तब जबरदस्त हिंसा हुई थी, लेकिन मुरथल में जो कुछ हुआ था, वह हैवानियत से कम नहीं था। आरक्षण आंदोलन की आड़ में वहां महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म हुए थे।