जीटीबी एंकलेव क्षेत्र से अगवा किए गए पांच साल के बच्चे को छुड़ाने के लिए दिल्ली पुलिस की टीम ने साहिबाबाद क्षेत्र में एक घंटे तक बदमाशों से मुठभेड़ की।गोलियां की तड़तड़ाहट से इलाका गूंज गया। एक बदमाश मारा गया, एक घायल हुआ और एक को पकड़ा गया। हैरत की बात यह है कि गाजियाबाद पुलिस को इसकी भनक भी नहीं लगी।
सुबह तीन बजे दिल्ली पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस को सूचना। 12 दिन से अगवा बच्चा गाजियाबाद के घर में बंधक बना रहा और 26 जनवरी के चलते अलर्ट पुलिस को इसका अंदेशा तक नहीं हुआ।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के इस ऑपरेशन को खासा पोशीदा रखा। पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के साहिबाबाद थाना क्षेत्र की शालीमार सिटी सोसायटी के फ्लैट एबोनी बी 505 चौतरफा घेरा बनाकर मुठभेड़ को अंज़ाम दिया।
बच्चे का अपहरण 25 जनवरी को किया गया था। अपहरण के तीसरे दिन बदमाशों ने परिजनों ने 60 लाख की फिरौती मांगी थी। दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने अपहरणकर्ताओं की सटीक लोकेशन मिलने पर रात करीब एक बजे फ्लैट पर धावा बोला।
टीम ने सोसाइटी को घेर लिया और सूचना लीक न हो इसके लिए सुरक्षा गार्ड्स के भी मोबाइल जप्त कर लिए और सभी इंटरकॉम फोन की लाइन काट दी। इसके बाद फ्लैट पर पहुंचकर गेट खटखटाया।
इस दौरान दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई। फ्लैट में दो अपहरणकर्ता छिपे थे। पुलिस और अपहरणकर्ता के बीच कई राउंड फायरिंग हुई, इसमें तीन गोली फ्लैट के अंदर से चलाई गई जो बी 506 के दीवार में जा लगी।
वहीं दो गोली लोहे वाले ग्रिल में लगी। जब बदमाशों की तरफ से गोली चलना बंद हुई तो पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी। पुलिस ने देखा कि गोली लगने से बदमाश रवि की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि पंकज घायल था। पुलिस ने फ्लैट के अंदर बेडरूम के एक कोने में बच्चे को छिपाया हुआ था।
टॉफी, चॉकलेट, मैगी मिली
फ्लैट से टॉफी, ब्रेड, चॉकलेट, आइसक्रीम, बिस्किट, मैगी, चिप्स, मिले हैं। बच्चे को खिलाने और बहलाने के लिए अपहरणकर्ताओं ने इनको रखा था। एक मैग्जीन भी बरामद हुई है।
क्राइम ब्रांच की टीम के मुताबिक बदमाशों के पास .32 बोर की दो पिस्टल थी। रात करीब ढाई बजे पुलिस टीम बच्चे को लेकर यहां से दिल्ली के लिए रवाना हो गई।
मृतक रवि और घायल पंकज को भी पुलिस अपने साथ ले गई। एसएसआई साहिबाबाद जितेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें दिल्ली पुलिस ने इस ऑपरेशन की जानकारी नहीं दी।
ऑपरेशन खत्म होने के बाद तड़के करीब तीन बजे इसकी सूचना दिल्ली पुलिस से मिली। इसके बाद साहिबाबाद पुलिस फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची और नमूने लिए।
कथित पत्नी भी रहती थी
पड़ोसियों ने बताया कि फ्लैट में नितिन और उसकी कथित पत्नी रहती थी। लेकिन यह अधिकांश समय बंद ही रहता था। कभी कभार ही फ्लैट में लोग नजर आते थे।
इस चलते उनका बी ब्लॉक में रहने वाले बाकी पड़ोसियों से कोई ताल्लुक नहीं था। पड़ोसियों ने बताया कि सोमवार रात करीब एक बजे दिल्ली की क्राइम ब्रांच की टीम यहां पहुंची। नितिन की एक महिला दोस्त को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
2016 में फ्लैट लिया किराए पर
अपहरण में शामिल बदमाश नितिन शर्मा गोकुलपुरी दिल्ली का रहने वाला है। यह फ्लैट पटपड़गंज के आईपी एक्सटेंशन निवासी महिला सुशीला देवी का है। सितंबर 2016 में यह किराए पर लिया गया था।
बच्चे के रोने की आवाज नहीं सुनी
यह कास्मो कल्चर की बानगी है कि फ्लैट से बच्चे के रोने की आवाज आती रहती थी और किसी ने सुध भी नहीं ली। आरोपी डेढ़ साल से ज्यादा समय से रह रहे थे लेकिन किसी का उनसे संपर्क नहीं था।