लखनऊ : गोसाईगंज के हरिहरपुर गांव में रविवार की आवास विकास परिषद की जमीन पर अवैध कब्जा हटाने गये आवास विकस की टीम के साथ मारपीट व धमकाने के मामले में गोसाईगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है। इस मामले में प्रदेश पुलिस के पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव पर साजिश का आरोप लगा है।
गोसाईगंज के हरिहरपुर गांव में आवास विकास ने अवध विहार योजना के लिए कुछ जमीन ले रखी है। बताया जाता है कि इस जमीन पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया था। इस बात की सूचना आवास विकास ने गोसाईगंज पुलिस को दी थी। उस वक्त गोसाईगंज पुलिस ने काम रुकवा दिया। रविवार को एक बार फिर वहां अवैध कब्जा होने लगा। सूचना पाकर मौके पर आवास विकास की टीम वहां पहुंच गयी। आरोप है कि आवास विकास की टीम ने जब वहां अवैध निर्माण कर लोगों को मना किया तो उन लोगों ने टीम पर हमला कर दिया। हमला करने वालों में अधिकतर महिलाएं शामिल थी। आरोप है कि उन लोगों ने आवास विकास के लोगों के साथ मारपीट व लूटपाट की।
आरोप है कि मारपीट कर रहे लोग पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव का नाम ले रहे थे और उनके नाम पर आवास विकास के कर्मचारियों को जेल भिजवा देने की धमकी भी दे रहे थे। रविवार को हुई इस घटना के संबंध में सोमवार को आवास विकास में तैनात अवर अभियंता सुरेन्द्र कुमार कश्यप ने अनीता रावत सहित अन्य महिलाओं के खिलाफ गंभीर धाराओं में गोसाईगंज थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज करायी है। एफआईआर में पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव को भी नामजद कराया गया है। जगमोहन यादव पर साजिश करने का आरोप लगा है।
उक्त जमीन की कीमत 30 करोड़ रुपये बतायी जा रही है। वहीं इस प्रकरण में पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव ने कल अपनी सफाई देते हुए कहा था कि जमीन से उनका कोई लेनादेना है। उन्होंने इस बात को स्वीकार जरुर किया था कि जमीन उनके एक परिचित की है।