किरण वाईकर। भारत के खिलाफ राजकोट में 9 नवंबर से होने वाला पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के लिए यादगार रहेगा। ब्रॉड का यह 100वां टेस्ट होगा और वे अपने प्रदर्शन से इसे अविस्मरणीय बनाने में कोई कमी नहीं रखेंगे। ब्रॉड इंग्लैंड की तरफ से 100 टेस्ट मैच खेलने वाले तीसरे तेज गेंदबाज बन जाएंगे।
अनफिट जेम्स एंडरसन की अनुपस्थिति में टीम के सीनियर तेज गेंदबाज ब्रॉड पर वैसे भी इस सीरीज में ज्यादा जिम्मेदारी रहेगी। ब्रॉड ने अब तक 99 टेस्ट मैचों में 28.48 की औसत से 360 विकेट लिए हैं और वे इंग्लैंड की वर्तमान टीम के सबसे सफल गेंदबाज हैं। 30 वर्षीय ब्रॉड इसके अलावा 121 वन-डे में 178 और 56 टी20 मैचों में 65 विकेट झटक चुके हैं। बांग्लादेश में इंग्लिश स्पिनरों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था, इसलिए उम्मीद की जा रही है कि वे भारत में अपने मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण के मैदान में उतरेंगे। इसके चलते मेहमान टीम को ब्रॉड से करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी।
भारत में सबसे खराब प्रदर्शन: ब्रॉड की गिनती वैसे तो इंग्लैंड के सफल गेंदबाजों में की जाती है, लेकिन भारत में उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। उन्हें अपने करियर में सबसे कम सफलता भारत में ही मिली है। उन्होंने भारत की धरती पर 3 टेस्ट मैचों में हिस्सा लिया और वे 145.50 की औसत से मात्र 2 विकेट ले पाए हैं। भारत में वे सबसे ज्यादा महंगे भी साबित हुए और उन्हें प्रत्येक विकेट के लिए 145 से ज्यादा रन खर्च करना पड़े।
उन्होंने 2008 में मोहाली टेस्ट में 134 रन देकर 2 विकेट लिए थे। 2012 में अहमदाबाद और मुंबई टेस्ट में उन्हें कोई सफलता हाथ नहीं लगी थी। भारत एकमात्र ऐसा देश है, जहां उन्हें प्रति टेस्ट विकेट के लिए 100 से ज्यादा रन खर्च करना पड़े। इसके विपरित उन्होंने इंग्लैंड में भारत के खिलाफ 9 टेस्ट मैचों में 44 विकेट लिए।
इंग्लैंड के तीसरे सफल गेंदबाज: ब्रॉड इंग्लैंड की तरफ से टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों कीसूची में तीसरे स्थान पर है। वे इस सूची में जेम्स एंडरसन (463) और सर इयान बॉथम (383) के बाद तीसरे क्रम पर हैं। उन्होंने 99 टेस्ट मैचों में 350 विकेट झटके हैं।