भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांचवां टेस्ट मैच खेल रही है. इस मैच पर भारतीय टीम ने अपना शिकंजा कस लिया है. मैच में रवींद्र जडेजा ने तूफानी पारी खेली. उन्होंने शानदार 194 गेंद में 104 रन बनाए. रवींद्र जडेजा ने शतक लगाने के बाद बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि इंग्लैंड के मुश्किल भरे हालात में शतक जड़ने से बल्लेबाज के तौर पर उनकी प्रतिष्ठा में ही इजाफा नहीं होगा बल्कि यह उनके करियर में आत्मविश्वास बढ़ाने का काम भी करेगा.
जडेजा ने दिया ये बयान
रवींद्र जडेजा का यह विदेश में पहला शतक था. उन्होंने एजबेस्टन पर तीसरे दिन के खेल के बाद कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि मैंने भारत के बाहर एक शतक जड़ा और वो भी इंग्लैंड में. एक खिलाड़ी के लिए यह बड़ी चीज है.’ जडेजा ने कहा, ‘मैं इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में बनाए गए इस शतक को आत्मविश्वास बढ़ाने के तौर पर लूंगा.’
इंग्लैंड में सफल होने का ये है राज
रवींद्र जडेजा ने कहा, ‘इंग्लैंड में आपको अपने शरीर के करीब से खेलना होता है, क्योंकि अगर आप कवर ड्राइव और स्क्वेयर ड्राइवर खेलने की कोशिश करोगे तो आपका विकेट के पीछे और स्लिप में लपकने के मौके होते हैं और आप आउट हो सकते हैं’ पिछले कुछ सालों में रवींद्र जडेजा की बैटिंग में बहुत सुधार हुआ है.
ऑफ स्टंप की गेंदों को बाहर खेलना
उन्होंने कहा, ‘इसलिए मेरा ध्यान ऑफ-स्टंप से बाहर जा रही गेंदों को छोड़ने का था. मैंने सोचा कि उन्हीं गेंद को हिट करूंगा जो मेरे करीब होंगी और भाग्यशाली रहा कि जो भी गेंद खेली, वो मेरे करीब थीं. आपको अपना ऑफ-स्ंटप जानना होता है और ऑफ स्टंप के बाहर जा रही गेंदों को छोड़ना होता है.’
करियर का लगाया दूसरा शतक
उन्होंने कहा, ‘मैं सोच रहा था कि अगर मुझे अच्छी गेंद मिलती है तो मैं कुछ नहीं कर सकता, लेकिन कम से कम मुझे खराब शॉट खेलने की कोशिश नहीं करनी चाहिए और बाउंड्री लगाने का प्रयास नहीं करना चाहिए. अगर गेंद मेरी रेंज में आती है तो मैं इसे हिट करूंगा.’
टीम के हिसाब से खेलेंगे मैच
सौराष्ट्र के इस ऑलराउंडर ने कहा कि वह ‘टैग’ में विश्वास नहीं करते. उन्होंने कहा, ‘मैं खुद को कोई ‘टैग’ नहीं देना चाहूंगा. टीम की जरूरत जो भी होगी, मैं उसी के अनुसार खेलने की कोशिश करूंगा. बतौर ऑल राउंडर ऐसी भी स्थिति आती है, जब आपको रन जोड़ने होते हैं और टीम के लिए मैच बचाना या जीतना होता है.’ उन्होंने कहा, ‘गेंदबाजी में आपसे विकेट लेने की उम्मीद होती है. टीम को जो भी जरूरत होती है, मैं ऐसा करने की कोशिश करता हूं.’