भारत और सेशेल्स के बीच हुए हाल ही में सुरक्षा समझौते इस समय इंटरनेट पर चर्चा का विषय बने हुए हैं. खबरों की मानें, इस समझौते के कुछ कागजात इंटरनेट पर यूट्यूब वीडियो के जरिए वायरल हो रहे हैं. इस वीडियो में कई कागजात, नक्शे और सारी सुविधाओं की जानकारी दिखाई गई है.
हालांकि, इस बारे में किसी सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. बीते जनवरी को भारत के विदेश सचिव एस. जयशंकर सेशेल्स गए थे, जहां पर ये समझौता किया गया था. उसके बाद से ही ये वीडियो वायरल हो रहे हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, 2015 में इस समझौते को किया गया था, लेकिन 2018 में इसे एक बार फिर नए तरीके से कुछ बदलावों के साथ किया गया. इंटरनेट पर जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें कागजात और समझौते से जुड़े कुछ अंश भी शामिल हैं.
सेशेल्स के राष्ट्रपति डैनी ने देश की असेंबली में बयान दिया कि अभी उन्होंने भारत को किसी भी तरह की ज़मीन देने का फैसला नहीं किया है. उन्होंने कहा कि भारत और सेशेल्स के संबंध चीन के हिंद महासागर में बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए काफी जरूरी हैं.
2015 में जो समझौता हुआ था, वह काफी बेसिक (प्राथमिक) था. जिसे 2018 में काफी बड़े पैमाने पर किया गया. नए समझौते में सभी तरह की डिटेल्स को शामिल किया गया है. उदाहरण के तौर पर 2015 में प्रोजेक्ट मोनिटरिंग की जो बैठक हुई उसे भारतीय प्रतिनिधि शामिल थे, लेकिन 2018 में जो बैठक हुई उसमें भारत और सेशेल्स दोनों तरफ से लोग शामिल थे.
आपको बता दें कि अभी फरवरी में ही भारत और सेशेल्स ने साझा युद्धाभ्यास किया था. भारत और सेशल्स 2001 के बाद से इस संयुक्त अभ्यास का आयोजन कर रहे हैं, जो दोनों देशों की सेनाओं के बीच सैन्य सहयोग और अंतर-क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से होता है.
युद्धभ्यास के दौरान खोज अभियान, बंधकों को बचाने का अभ्यास, एंटी-पायरेसी, उग्रवाद के माहौल की घटनाओं व अन्य समस्याओं के समाधान पर एक साथ मिलकर अभ्यास किया गया.
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