इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के 17वें संस्करण में शामिल होने आई कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, इस समारोह के आगाज में अपने ऊपर शॉर्ट फिल्म देखकर मुस्कुरा उठीं. पिछले कुछ वर्षों से मीडिया को इंटरव्यू देने से परहेज कर रहीं कांग्रेस की पूर्व-अध्यक्ष सोनिया गांधी मुंबई में 9 और 10 मार्च को होने वाले इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के 17वें संस्करण के मंच पर देश और दुनिया से रूबरू हो रही हैं.
19 साल तक कांग्रेस का नेतृत्व करने वाली सोनिया गांधी हाल ही में राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंपने के बाद पहली बार किसी बड़े मंच पर शिरकत कर रही हैं. हालांकि यह कोई पहला मौका नहीं है, जब सोनिया गांधी इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में शिरकत कर रही हैं. इससे पहले सोनिया ने 2004 में दिल्ली में आयोजित कॉन्क्लेव में शिरकत की थी. बाद में उनके नेतृत्व में कांग्रेस और यूपीए ने लगातार दो बार लोकसभा चुनावों में जीत हासिल कर केंद्र में सरकार बनाई.
अब सोनिया गांधी दूसरी बार इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के मंच पर ऐसे समय पर आ रही हैं, जब विपक्ष में बैठी कांग्रेस 2019 की जंग में जाने के लिए राहुल गांधी के नेतृत्व में तैयार हो रही है. सोनिया ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव की इस साल की थीम दि ग्रेट चर्न- ट्रायंफ्स एंड ट्रिब्यूलेशन्स पर कीनोट एड्रेस दिया.
सोनिया गांधी ने कहा कि पब्लिक स्पीकिंग मेरे लिए बहुत स्वाभिक नहीं है लिहाजा मैं पढ़ने में ज्यादा समय देती हूं. अब मैं एक सामान्य कांग्रेस कार्यकर्ता के तौर पर पार्टी में हूं. सोनिया गांधी ने कहा कि वह देश से पूछना चाहती हैं कि क्या मई 2014 से पहले देश एक ब्लैकहोल था और सिर्फ इस तारीख के बाद ही देश ने सबकुछ किया है.
कॉन्क्लेव में सोनिया गांधी के शामिल होने पर इंडिया टुडे समूह की वाइस चेयरपर्सन और कॉन्क्लेव डायरेक्टर कली पुरी ने कहा- ‘इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में 14 साल पहले शिरकत करने के बाद सोनिया गांधी ने देश की राजनीति में लंबी दूरी तय की है.