स्कूल बस हादसे में बच्चो की दर्दनाक मौत के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर पहुंचे. सीएम बच्चो के परिजनों से मिल कर उनका दुःख बाटने के मकसद से बच्चो के अभिभावकों से मिलने पहुंचे. मगर अपने आँखो के नूर के बे-नूर हो जाने के गम में डूबे परिजनों का गुस्सा फुट पड़ा. सरकारी तंत्रो की कमियों और स्कूल प्रबंधन की कारस्तानियो को कोसते-कोसते परिजनों ने अपने गुस्से के सैलाब में मिडिया कर्मियों को भी नहीं बक्शा.
दुःख की इस घडी में परिजन कभी रोते है अभी चुप-चाप कोने में बैठ अपने बच्चे की याद में खो जाते है. इस भीषण हादसे ने सारे शहर के सामने एक साथ सेकड़ो सवालो को ला कर खड़ा कर दिया है जिसका जवाब फ़िलहाल इंदौर शहर, सरकार, पुलिस और स्कूल प्रबंधन के पास नहीं है.
गौरतलब है कि इंदौर के कनाडिया बायपास पर हुए दर्दनाक हादसे में मासूमो ने अपनी जान गवां दी. हादसा इतना भयावह था कि जिसने भी वो मौत का मंज़र देखा उसका दिल दहल गया. छोटे-छोटे मासूम बच्चों की चीखें वहां मौजूद हर शख्स का दिल छलनी कर रही थी. टक्कर कितनी भीषण थी इस बात को बस की हालत बयान कर रही थी. इस हादसे में बस के चालाक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. ड्राइवर के अलावा 6 मासूम भी इस हादसे में अपनी जान गवां बैठे.
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