इजरायल ने गाजा जा रहे फ्रीडम फ्लोटिला गठबंधन के एक मैडलीन जहाज को हिरासत में ले लिया है। इजरायली कमांडो ने मानवीय सहायता के लिए काम करने वाले जहाज को रोक लिया है, जिसमें जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और अन्य लोग गाजा पट्टी जा रहे हैं। इस जहाज पर ग्रेटा थनबर्ग समेत 12 एक्टिविस्ट सवार हैं।
रीमा हसन, यूरोपीय संसद की सदस्य (एमईपी), जो ब्रिटिश ध्वज वाली नौका मैडलीन पर सवार कार्यकर्ताओं में से एक हैं,उन्होंने एक फोटो पोस्ट की जिसमें लाइफ जैकेट पहने लोग हाथ ऊपर करके बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं।
रीमा हसन ने एक्स पर किया पोस्ट
रीमा हसन ने एक्स पर एक पोस्ट किया। उन्होंने कहा, फ्रीडम फ्लोटिला के चालक दल को इजरायली सेना ने अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में रात करीब 2 बजे गिरफ्तार कर लिया।
इस अभियान के पीछे के मानवीय समूहों के गठबंधन एफएफसी ने टेलीग्राम एप पर कहा कि मैडलीन पर ‘कनेक्शन टूट गया है’, और कहा कि यात्रियों का इजरायली बलों की तरफ से अपहरण कर लिया गया है।
सिसिली से रवाना हुए जहाज का उद्देश्य सहायता पहुंचाना और गाजा पर इजरायल की नौसेना की नाकाबंदी को चुनौती देना था, जो इजरायल-हमास युद्ध से पहले से लागू है। जहाज को इजरायली हमले की संभावना के लिए तैयार किया गया था।
पोस्ट में ग्रेटा पर आरोप
पोस्ट में ‘ग्रेटा और अन्य’ पर मीडिया में उकसावे का कोशिश का आरोप लगाया गया है, जिसका एकमात्र उद्देश्य प्रचार प्राप्त करना था और दावा किया गया है कि पिछले दो हफ्तों में गाजा में पर्याप्त सहायता पहुंच गई है।
सेलिब्रिटीज की ‘सेल्फी नौका’ सुरक्षित रूप से इजरायल के तटों की ओर बढ़ रही है। ग्रेटा और अन्य लोगों ने मीडिया में एक ऐसा उकसावे का नाटक करने की कोशिश की जिसका एकमात्र उद्देश्य प्रचार प्राप्त करना था ,- पिछले दो हफ्ते में 1,200 से अधिक सहायता ट्रक इजरायल से गाजा में एंटर कर चुके हैं। इसके अलावा, गाजा मानवतावादी फाउंडेशन ने गाजा में नागरिकों को सीधे तौर पर लगभग 11 मिलियन भोजन बांटे हैं।