यमन के हूती विद्रोहियों ने इजरायली डिफेंस सिस्टमों को छकाते हुए जिस प्रकार से दो हजार किलोमीटर दूर इजरायल के मध्य भाग में मिसाइल भेजी है उससे नई तरह की चर्चाएं पैदा हो गई हैं। हमास के प्रमुख याह्या सिनवार ने हूती को बधाई देते हुए कहा है कि यह इजरायल के लिए बड़ा संदेश है।
जबकि ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने कहा है कि हाइपरसोनिक मिसाइल हाउती संगठन ने अपने कौशल से तैयार की है, इसमें ईरान की कोई भूमिका नहीं है। हूती ने अपने कौशल से इजरायल को अपनी क्षमता का परिचय दिया है।
‘ईरान के पास हाइपरसोनिक मिसाइल नहीं’
पेजेश्कियान ने कहा, ईरान के पास हाइपरसोनिक मिसाइल नहीं है, इसलिए उसके द्वारा यह मिसाइल हाउती को देने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने साफ किया कि ईरान अपना मिसाइल विकास कार्यक्रम नहीं छोड़ेगा। वह बैलेस्टिक मिसाइलों के विकास की प्रक्रिया जारी रखेगा। ईरानी राष्ट्रपति ने यह बात तब कही है जब उनका देश 2023 में ही हाइपरसोनिक मिसाइल फतह को विकसित करने का दावा कर चुका है।
हाइपरसोनिक मिसाइल छह हजार से बारह हजार किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से लक्ष्य की ओर जाती है। अभी तक यह मिसाइल केवल रूस की सेना के पास है और वह यूक्रेन युद्ध में इसका इस्तेमाल भी कर रही है।
हवाई हमले में मारे गए 10 लोग
इस बीच सोमवार को गाजा पट्टी में इजरायल के हवाई हमलों में 16 लोग मारे गए। मारे गए लोगों में पांच महिलाएं और चार बच्चे हैं। मध्य गाजा के नुसीरत शरणार्थी क्षेत्र में बने मकान में इजरायल के हवाई हमले में 10 लोग मारे गए जबकि बाकी के छह लोग अन्य स्थानों पर मारे गए।