नई दिल्ली: इथोपिया विमान हादसे के बाद पूरी दुनिया में बोइंग 737 मैक्स 7 विमान को ग्राउंड कर दिया गया। पूरी दुनिया में करीब 350 ऐसे विमान ग्राउंड हो गए। इस फील्ड के एक्सपर्ट का कहना था कि हादसे की वजह बोइंग की एमसीएस टेक्नोलॉजी है जो एक एंटी स्टॉल सॉफ्टवेयर है।
विवादों के बाद बोइंग ने अपडेटेड एमसीएस सॉफ्टवेयर की टेस्टिंग की है। टेस्ट के दौरान कंपनी के सीईओ डेनिस मुलेनबर्ग खुद विमान में सवार थे। एमसीएस ऐसा सॉफ्टवेयर है जो स्टॉलिंग की स्थिति में विमान के नोज को नीचे करता है और बैलेंस बनाने के कोशिश करता है। नोज के नीचे जाने से पायलट घबरा जाते हैं और मैनुअल और ऑटोमेटिक कोशिश में विमान हादसे का शिकार हो जाता है।
इथोपिया विमान हादसे से कुछ महीने पहले लॉयन एयर हादसा हुआ था। इस हादसे के पीछे भी बोइंग 737 मैक्स 7 का एमसीएस सॉफ्टवेयर जिम्मेदार ठहराया गया। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक बोइंग ने पायलटों को गाइडलाइन जारी की है। उन्हें बताया गया है कि कैसे ऑटोमेटेड एंटी.स्टॉल सिस्टम को डिसेबल करना है।
इसके लिए जरूरी बदलाव भी किए गए हैं। इथोपिया हादसे को लेकर कहा गया है कि शुरुआत में पायलट ने एमसीएस सिस्टम को शट डाउन कर दिया था क्योंकि यह विमान के नोज को नीचे कर रहा था। हवा में बैलेंस बिगड़ चुका था जिसे संभालने के लिए पायलट ने मैनुअली कोशिश की लेकिन सफल नहीं होने पर उन्होंने दोबारा एंटी स्टॉलिंग सिस्टम को ऑन कर दिया।