प्रदेश सरकार बार-बार निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर सख्ती का संदेश देती है पर जमीनी स्तर पर इसका अनुपालन न तो अधिकारी करते हैं और न ही इसके जिम्मेदार। बस किसी तरह निर्माण कार्य पूरा हो जाता है। अभियंता और आला अधिकारी मिलकर किसी तरह इसकी लागत का भुगतान करा लेते हैं। कार्य के गुणवत्ता से लेना देना नहीं है। ताजा वाकया रामनगरी से जुड़ा है। गत वर्ष दीपोत्सव आयोजन के पहले अयोध्या फैजाबाद की मुख्य मार्ग का डामरीकरण किया गया। सिर्फ छह माह बाद ही ये सड़क उखड़ गई। गत दिनो हुई बारिश ने मुख्य मार्ग की सेहत खराब कर दी। कई दिनों से सरकारी महकमा न तो इसे दुरुस्त करा रहा है और न ही खराब गुणवत्ता को लेकर जबाबदेही ही कर पा रहा है।
अयोध्या से सहादतगंज तक सड़क का नए सिरे से डामरीकरण दीपोत्सव कार्यक्रम के पूर्व हुआ था। इस दौरान ही सीएम योगी आदित्यनाथ के आने की वजह से सड़क चमका दी गईं। बारिश के बाद अयोध्या के नयाघाट से लेकर टेढ़ीबाजार तक सड़क इस कदर बदहाल हो गई कि इस पर चलना दूभर हो गया है। गिट्टियां उखड़ कर वाहनों की रफ्तार के साथ उड़ रही है। ये कभी भी समानांतर जा रहे अन्य वाहन चालक व पैदल यात्री को भी चोटिल कर सकती है। इस पर रोज आने जाने वाले किसी तरह बच कर निकलते देखे जाते हैं। कमोबेश यही दशा फैजाबाद के मुख्य मार्ग का भी है। तकरीबन 15 किलोमीटर लंबे मार्ग पर छोटे-छोटे सौ से अधिक गड्डे बन गए हैं। इसी तरह रीडगंज व देवकाली की ओर जाने वाला फ्लाई ओवर के सड़क की सेहत बिगड़ गई है। जिलाचिकित्सालय के सामने भी सड़क से छर्रियां ही छर्रियां है। मेले में आए रामभवन पांडेय, मोतीलाल सहित साकेत महाविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ महामंत्री अवधेश यादव ने सड़क निर्माण की उच्च स्तरीय जांच की। कहा कि जिम्मेदारों पर कार्रवाई हो।
बदहाल सड़क बन रही दुर्घटना का सबब
फैजाबाद: शुक्रवार को नयाघाट के समीप सड़क पर पड़ी गिट्टियों पर गोंडा निवासी रामनरेश फिसल गए और चोटिल हो गए। इसी तरह गत मंगलवार को श्रीराम चिकित्सालय के समीप एक अन्य श्रद्धालु भी चोटिल हो गया था।
मेलार्थी भी हो रहे परेशान
फैजाबाद : इन दिनों सावन के मेले की वजह से अयोध्या में गहमागहमी है। सड़क खराब होने के कारण मेलार्थी भी परेशान होते हैं। सड़कों पर दिखने वाले अधिकारी से आए दिन इसकी शिकायत भी होती है पर सड़क पर जस की तस है।
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