ऐसा कई बार होता है नींद नहीं आती है या फिर आती भी है तो बार-बार टूट जाती है या गहरी नींद नहीं आ पाती है। इसे अनिद्रा का लक्षण कहते हैं। अनिद्रा की समस्या किसी भी उम्र के लोगों में हो सकती है लेकिन ये समस्या ज्यादातर महिलाओं में अधिक देखा गया है पुरूषों के मुकाबले। कई बार ये समस्या उम्र बढ्ने के साथ-साथ भी बढ़ने लगती है। ऎसे में थकान महसूस होती है जिसका पूरा असर आपके कामकाज पर पड़ता है।
अनिद्रा का कारण
तनाव, शारीरिक व मानसिक रोग, अनियमित जीवनशैली और डर आदि।
गर्भावस्था व मासिक धर्म में
ऐसे मे महिलाओं के हार्मोन में कुछ बदलाव होता है, इस की वजह से नींद न आने की समस्या ज्यादा सामने आती है। अधिकतर कई महिलाओं मे ये देखा गया है कि मासिक धर्म से पहले नींद न आने, नींद के बार-बार टूटने, डर लगने या उठने-बैठने में तकलीफ आदि समस्या आती है। इसी प्रकार ये समस्या गर्भावस्था के दौरान भी देखा गया। ये समस्या महिलाओं को तीन माह के दौरान अधिक नींद की समस्या आती हैं और अंतिम तीन महीनों में कई बार नींद की समस्या से तनावग्रस्त होने लगती है। इस वजह से कई बार छाती में जलन, दर्द, डर, बेचैनी, पैरों में दर्द आदि परेशानी सामने आती हैं। इस कारण अधिकतर समय जागते हुए निकल जाता है और वे थकान महसूस करती हैं।
बढ़ती उम्र में
जैसा कि सब जानते है कि उम्र बढ़ने के साथ ही शरीर के हार्मोन मे काफी कुछ बदलाव आता है। जिसकी वजह से गहरी नींद नहीं आ पाती है। कई बार मैनोपॉज के दिनों के आसपास महिलाए कम सोती हैं और बार-बार रात में उठती रहती है। सुबह स्वस्थ महसूस नहीं कर पातीं हैं।
उपाय
1. रात को सोते वक्त ये ध्यान दे कि कमरे में अंधेरा हो या मंद रोशनी होनी चाहिए।
2. हो सके तो पूरी कोशिश करे कि किसी बात को लेकर चिंता न करें और किसी प्रकार का भय मन में न रखे।
3. रोजाना सोने से पहले हल्का भोजन ही करें। शराब, सिगरेट व कॉफी जैसे पदार्थो से दूर ही रहे।
4. शारीरिक या मानसिक परेशानी है तो उसका इलाज जरूर करें।