नवरात्र में व्रत – नवरात्र में हर कोई व्रत रहना चाहता है।
हर कोई चाहता है कि साल में 9 दिन वो नवरात्र में व्रत रहकर देवी मां को खुश करे। इसके पीछे लोगों का मानना है कि नवरात्र में व्रत रखने से उनके दुख-दर्द दूर हो जाते हैं और उनकी जिंदगी में सब अच्छा होता है। वैसे तो नवरात्र में सारे लोग व्रत रख सकते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि कुछ लोगों को नवरात्र में व्रत रखने से रोका या फिर मना किया जाता है।
आइए आपको बताते हैं कि कैसे लोगों नवरात्र में व्रत नहीं रख सकते ।
कहा जाता है नवरात्र में गर्भवती महिलाओं (प्रेगनेंट) को व्रत नहीं रहा जाता।
प्रेगनेंट महिलाओं को इस व्रत से दूर रहने को कहा जाता है। इसके पीछे कई बातें कहीं जातीं हैं लेकिन दावा किया जाता है कि इस दौरान अगर महिला व्रत रहती है तो उसके बच्चे पर इसका बुरा असर पड़ सकता है और कमजोरी भी आ सकती है।
वहीं बीमार, डायबिटीज से पीड़ित लोगों को भी इस व्रत से दूर ही रहने को कहा जाता है। क्योंकि बीमार और डायबिटीज से पीड़ित लोगों को समय-समय पर खाते रहना चाहिए और व्रत में कुछ खाया नहीं जाता। इसिलिए इन्हें व्रत ना रहने की सलाह दी जाती है।
हालांकि अगर साइंस के मुताबिक व्रत को समझने की कोशिश करें तो साइंस कहता है कि व्रत रहने से भगवान का कोई लेना-देना नहीं है।
बल्कि इससे तो शरीर को ही फायदा पहुंचता है। साइंस के मुताबिक तो हर इंसान को हफ्ते में हर बार एक दिन व्रत जरूर रखना चाहिए इससे शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता और बढ़ती है और पाचन क्रिया भी मजबूत होती है।
हालांकि हिंदू धर्म के मुताबिक व्रत रहने से देवी-देवता खुश होते हैं और व्रत रहने वाले की सारी मनोकामना पूरी करते हैं।