लखनऊ: उत्तर भारत के अधिकांश हिस्से इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में हैं। कई शहरों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक पहुंच गया है। सूरज की तेज तपिश से इन दिनों लोगों का बुरा हाल है। इसी बीच लखनऊ स्थित मौसम विभाग केंद्र के अनुसार अगले 3 घंटों में उत्तर प्रदेश के कई शहरों में तेज आंधी, तूफान और बारिश की संभावना जताई गई है।
लखनऊ स्थित मौसम विभाग केंद्र के मुताबिक उत्तर प्रदेश के हरदोई, लखनऊ, सीतापुर और बाराबंकी के अलावा इन जिलों के आसपास के इलाकों में अगले 3 घंटों में तेज बारिश और आंधी तूफान आ सकता है। इन शहरों में तेज बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं। देश के कई हिस्सों में शुक्रवार को लू का और प्रकोप बढ़ा है। जम्मू कश्मीर, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में इस मौसम का सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया। वहीं श्रीगंगानगर में पारा 50 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया।
राष्ट्रीय राजधानी में इस मौसम का सबसे अधिक तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज करते हुये भारत मौसम विज्ञान विभाग आईएमडी ने शुक्रवार को उच्चतम लाल रंग की चेतावनी जारी की है। यह भी संभावना जताई गई है कि पिछले करीब एक पखवाड़े से तपिश के रूप में आसमान से बरसती आग से बेहाल उत्तर प्रदेश के लोगों को एक दो दिन में कुछ राहत मिल सकती है। आंचलिक मौसम केन्द्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने शनिवार को बताया कि अगले एक दो दिन में प्रदेश के कुछ पूर्वी हिस्सों में तेज हवा के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। इससे लोगों को प्रचंड तपिश से राहत मिलने की उम्मीद है।
हालांकि पश्चिमी भागों में गर्मी का कहर जारी रहने की सम्भावना है। उन्होंने कहा कि राज्य के पूर्वी हिस्सों में पिछले दो तीन दिन से पुरवा हवा चलने के कारण तापमान में मामूली गिरावट हुई है। मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के लगभग सभी मण्डल भीषण गर्मी से तप रहे हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के अनेक हिस्से लू की चपेट में रहे।
राष्ट्रीय राजधानी वासियों को तपिश और लू से निजात मिलती नहीं दिख रही है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में लू का चलना और उच्चतर तापमान बना रहेगा। दिल्ली में मौसम का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड होने के एक दिन बाद शनिवार को तापमान में कुछ गिरावाट दर्ज की गई। आईएमडी ने बताया कि मानसून के इस बार उत्तर और दक्षिण भारत में सामान्य से कम रहने की संभावना है।
विभाग ने कहा कि आमतौर पर माना जाता है कि अल निनो मानसून पर अपना असर डालती है जिसका असर बारिश के मौसम में जारी रहेगा। जुलाई में मानसून सामान्य से कम रहने की संभावना है जबकि अगस्त में यह सामान्य रहेगा। मानसून के केरल तट के छह जून को पहुंचने की उम्मीद है जबकि सामान्य तौर पर मानसून एक जून को यहां पहुंचता है। सामान्य से कम मानसून होने की दशा में गुजरात, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में सूखे जैसे हालात बन सकते हैं।