निदाहास टी20 ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में रविवार को टीम इंडिया ने बांग्लादेश को चार विकेट से हराकर ट्रॉफी पर कब्जा किया। दिनेश कार्तिक ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर बांग्लादेशी खिलाड़ियो के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
फाइनल मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया था। बांग्लादेश ने टीम इंडिया के सामने 167 रन का लक्ष्य रखा। मैच की आखिरी गेंद पर भारत को 5 रन की दरकार थी। दिनेश कार्तिक ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर टीम इंडिया को ऐतिहासिक जीत दिलाई।
महज 8 गेंदों पर 29 बनाने वाले कार्तिक को मैन ऑफ द मैच चुना गया। वहीं इस सीरीज में कई ऐसे खिलाड़ी भी चमके, जिन्होंने अपने प्रदर्शन के दम पर सीरीज में कई बार तख्ता पलट किया। आइए जानते हैं सीरीज के पांच सबसे बेहतरीन हीरो के बार में:
श्रीलंका के ओपनर कुसल परेरा के बल्ले ने निदाहास ट्रॉफी में जमकर रनों की बरसात की। चार मैचों में 51.00 की औसत से परेरा ने सीरीज में सर्वाधिक 204 रन बनाए। तीन अर्धशतक जड़ने वाले परेरा का व्यक्तिगत सर्वाधिक स्कोर 74 रन रहा। हालांकि वह टीम के लिए घरेलू सीरीज को बचा नहीं सके।
लीग मैच में श्रीलंका के खिलाफ 72 रन की पारी खेलकर मेजबान टीम को बैकफुट पर धकेलने वाले मुश्फिकुर रहीम भी इस मामले में पीछे नहीं है। मुश्फिकुर पांच मैचों में 66.33 की औसत से सीरीज में 199 रन ठोके। इसके अलावा मुश्फिकुर अपने ‘नागिन डांस’ के लिए भी सीरीज में काफी प्रसिद्ध हुए।
टीम इंडिया के धाकड़ सलामी बल्लेबाज शिखर धवन बेशक फाइनल मुकाबले में कुछ खास कमाल नहीं कर पाए, लेकिन सीरीज में इनका भी कभी खामोश नहीं रहा। 5 मैंचों में 39.60 की औसत से 198 रन बनाने वाले शिखर ने हमेशा टीम को सधी हुई शुरुआत दिलाई। सीरीज में इनका सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर 90 रहा।
टीम इंडिया के युवा स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर इस सीरीज में सबसे सफल गेंदबाज रहे। इस सीरीज में सुंदर ने 5 मैचों में 5.70 की इकॉनमी से रन देकर कुल 8 विकेट झटके। सीरीज में सुंदर ने न सिर्फ अहम मौकों पर टीम के लिए विकेट लिए, बल्कि मिडिल ओवर्स में विपक्षी टीम के स्कोर को भी तेजी से आगे नहीं बढ़ने दिया।
टीम इंडिया के युजवेंद्र चहल भी इस मामले में वॉशिंगटन सुंदर से पीछे नहीं है। चहल ने सीरीज में सुंदर के बराबर ही विपक्षी टीमों के 8 खिलाड़ियों को शिकार बनाया। हालांकि इकॉनमी रेट के मामले में वह सुंदर से थोड़ा पीछे रह गए। फाइनल मैच में भी युजवेंद्र ने बांग्लादेश के तीन खिलाड़ियों को पवेलियन का रास्ता दिखाया।