इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) से पढ़कर निकले छात्र-छात्राओं को कोरोना वायरस संक्रमण की अवधि में प्रोविजनल सर्टिफिकेट के लिए अब परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। वह घर बैठे ऑनलाइन शुल्क जमा करने के बाद एफसीआई बिल्डिंग स्थित मिसलेनियस काउंटर से प्रोविजनल सर्टिफिकेट ले सकेंगे।
69 हजार शिक्षक भर्ती में प्रोविजनल सर्टिफिकेट और डिग्री की जरूरत है
दरअसल, 69 हजार शिक्षक भर्ती में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से निकले तमाम छात्र-छात्राओं ने भी आवेदन किया है। ऐसे में उन्हें प्रोविजनल सर्टिफिकेट और डिग्री की जरूरत है। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लॉकडाउन है। लॉकडाउन में छात्र और छात्राएं अब तक प्रोविजनल सर्टिफिकेट वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय से नहीं ले सके थे। अब वह लगातार इविवि पहुंच रहे हैं। इस बीच उन्हें काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है।
छात्रों को दिक्कतों का करना पड़ रहा सामना
प्रतापगढ़ के अर्जुन यादव, कोरांव के विजय सिंह, बलिया के विजय कुमार गुप्ता समेत तमाम छात्र प्रोविजनल सर्टिफिकेट लेने के लिए विश्वविद्यालय पहुंचे। छात्रों का कहना था कि वह दो दिन से आ रहे हैं। इससे काफी परेशानी हो रही है।
पूर्व में आवेदन करने वाले छात्र डिग्री भी ले सकते हैं
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर रामेंद्र कुमार सिंह ने छात्रों की दिक्कतों को देखते हुए ऑनलाइन फीस जमा कराने का विकल्प दिया है। उन्होंने बताया कि छात्र अब इविवि की वेबसाइट पर निर्धारित शुल्क जमा करने के दो दिन बाद एफसीआइ बिल्डिंग स्थित मिसलेनियस काउंटर से छात्र और छात्राएं अपना प्रोविजनल सर्टिफिकेट ले सकते हैं। इसके अलावा पूर्व में डिग्री के लिए आवेदन करने वाले छात्र अपनी डिग्री भी काउंटर से ले सकते हैं।