शीतली प्राणायम दमे या जुखाम से पीड़ित व्यक्तियों को नहीं करना चाहिए। आपको ये प्राणायम उस अवस्था में भी नहीं करना चाहिए अगर आपका ब्लड प्रेशर पहले से ही कम रहता है।
शीतली प्राणायाम उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के साथ मन को शांत रखता है। इसके अलावा ये क्रोध को भी नियंत्रित रखने में लाभप्रद साबित होता है। इससे पित्त, कब्ज, पेट के रोग, चर्म रोग, पेट की गर्मी, गले के रोग ठीक हो जाते हैं।