इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए दुनियाभर में मशहूर कंपनी टेस्ला ने एक और कारनामा कर दिया है। इस कंपनी ने तय समय सीमा से पहले ही दुनिया की सबसे बड़ी लीथियम-आयन बैटरी तैयार कर दी। इसके साथ ही कंपनी ने 324 करोड़ रुपए की शर्त जीत ली है। टेस्ला के चेयरमैन एलन मस्क ने बैटरी बनाने के लिए 100 दिन की डेडलाइन रखी थी। अगर यह बैटरी 100 दिन के भीतर तैयार नहीं होती तो टेस्ला को इसके लिए कोई रकम नहीं मिलती।
इस बैटरी का इस्तेमाल साउथ ऑस्ट्रेलिया के लिए किया जाएगा। दरअसल पिछले साल मार्च में तेज तूफान के बाद साउथ ऑस्ट्रेलिया में ब्लैकआउट हो गया था, जिसके बाद मस्क और टेस्ला की बैटरी डिवीजन के हेड लैंडन राइव ने एक एनर्जी स्टोरेज फैसिलिटी बनाने का प्रस्ताव रखा।
इस बैटरी की टेस्टिंग आने वाले कुछ दिन में की जाएगी और आने वाली गर्मियों तक इसे साउथ ऑस्ट्रेलिया में स्थापित कर दिया जाएगा। इस बैटरी को विंड फार्म से जोड़ा जाएगा। गर्मियों के दिनों में बिजली की डिमांड बढ़ने पर इसके जरिए हजारों परिवारों को बिजली की सप्लाई की जा सकेगी।
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