राष्ट्रव्यापी दौरे पर पर निकली प्रतिष्ठित साइंस एक्सप्रेस प्रदर्शनी ट्रेन ने 1,53,000 किलोमीटर का सफर तय करते हुए नौवें चरण की यात्रा पूरी कर ली. सोमवार को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग पहुंची साइंस एक्सप्रेस प्रदर्शनी ट्रेन अब तक 495 स्थानों पर प्रदर्शनी कर चुकी है और 1.64 करोड़ लोग इसे देखने आए.
साइंस एक्सप्रेस सबसे लंबी, सबसे अधिक लंबे समय तक चलने वाली और सबसे अधिक देखी जाने वाली मोबाइल साइंस प्रदर्शनी बन गई है. लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में इसकी बारह प्रविष्टियां दर्ज हैं. साइंस एक्सप्रेस भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) का एक प्रमुख कार्यक्रम है. इस ट्रेन में 16 एसी डिब्बे लगे हैं और यह देशभर में अक्टूबर 2007 से भ्रमण कर रही है.
साइंस एक्सप्रेस ने एक से चार चरण की यात्रा के दौरान दुनियाभर से लाई गई विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अत्याधुनिक अनुसंधानों का प्रदर्शन किया. पांच से सातवां चरण जैव-विविधता पर आधारित था, जिसे जैव विविधता विशेष (एसईबीएस) का नाम दिया गया था. आठवां चरण ‘साइंस एक्सप्रेस क्लाइमेट एक्शन स्पेशल (एसईसीएएस)’ के रूप में रहा, जिसमें जलवायु परिवर्तन की वैश्विक चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया.
साइंस एक्सप्रेस के नौवें चरण की यात्रा का शुभारंभ 17 फरवरी को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से किया गया था. एससीएसी का वर्तमान दौरा 17 फरवरी से 8 सितंबर, 2017 तक तय किया गया है, जिसके दौरान यह 19,000 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर देश के 68 स्टेशनों पर प्रदर्शनी करेगी.