छोटी दिवाली के मौके पर 18 अक्तूबर को अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम में राम की पैड़ी पर 1,71,000 दीप जलाए जाएंगे। कार्यक्रम में राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पर्यटन मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी, केन्द्रीय पर्यटन राज्यमंत्री एल्फांस कन्नथानम, केंद्रीय संस्कृति राज्यमंत्री डॉ. महेश शर्मा सहित स्थानीय सांसद, विधायक व बड़ी संख्या में श्रद्धालु तथा पर्यटक शामिल होंगे। प्रमुख सचिव पर्यटन अवनीश अवस्थी ने सोमवार को राजभवन में राज्यपाल के समक्ष अयोध्या के पर्यटन विकास के लिए तैयार ‘नव्य अयोध्या’ का प्रस्तुतीकरण दिया।14 दिसंबर से 14 जनवरी के बीच नहीं होती हिंदू शादियां, तब हों चुनाव: BJP का सुझाव
राज्यपाल ने प्रस्तुतीकरण की सराहना करते हुए कहा, अयोध्या को पर्यटन स्थल बनाने के लिए श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए उच्च कोटि की सुविधाएं तैयार की जाएं। अवस्थी ने बताया कि दीपोत्सव कार्यक्रम में अयोध्या की हेरिटेज वॉक, भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन को दर्शाते हुए भव्य शोभायात्रा, रामकथा पार्क में पूजन-वंदन और श्रीराम के प्रतीकात्मक राज्याभिषेक का आयोजन किया जाएगा।
इसके बाद राज्यपाल व मुख्यमंत्री द्वारा अयोध्या के विकास से जुड़ी योजनाओं का शिलान्यास, प्रधानमंत्री आवास योजना, नए बिजली कनेक्शन तथा अन्य योजनाओं के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र आदि का वितरण होगा। सरयू नदी पर बने नए घाट में राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा आरती की जाएगी तथा नदी तट पर लेजर शो का आयोजन होगा। कार्यक्रम में इंडोनेशिया और थाईलैंड के कलाकार रामलीला का मंचन भी करेंगे।
उन्होंने बताया कि अयोध्या के समेकित पर्यटन विकास के लिए 195.89 करोड़ की डीपीआर केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय को भेजी गई थी। केंद्र नेे 133.70 करोड़ की राशि स्वीकृत कर राज्य सरकार को भेज दी है।
जगह-जगह होगा भगवान राम का स्वागत
इस वर्ष अयोध्या में छोटी दिवाली यादगार होगी। 18 अक्तूबर की सुबह 7 से 9 बजे तक राम भजनों के साथ हेरिटेज वॉक होगा तो लंका विजय के बाद भगवान श्रीराम, सीता और लक्ष्मण के दोपहर 2 बजे अयोध्या पहुंचने पर जगह-जगह उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। लंका विजय के बाद भगवान राम 2 बजे अयोध्या पहुंचेंगे। साकेत महाविद्यालय से अयोध्या के मुख्य मार्गों से होते हुए राम की शोभायात्रा शाम 4 बजे रामकथा पार्क पहुंचेगी जहां राज्यपाल और मुख्यमंत्री योगी उनका स्वागत करेंगे।