आज तक आपने कई तरह के चमत्कारों के बारे में सुना होगा जिस पर आपने कभी यकीन किया होगा तो कभी यह सारी बातें आपको बकवास लगी होगी. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जंहा मंदिर में मौजूद मूर्ति मदिरापान करती है. जी हाँ आप ये बात जानकर हैरान जरूर हो सकते हैं लेकिन महादेव की नगरी उज्जैन में मौजूद ‘काल भैरव मंदिर’ में ऐसा होता है.
यह मंदिर महाकाल से लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर है. ऐसा कहा जाता है कि जो भी भक्त इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं वे प्रसाद के साथ-साथ मदिरा की बोतलें भी अर्पित करते हैं. कहा जाता है कि इस मंदिर में आने वाला हर भक्त बाबा को मदिरा (देशी मदिरा) जरूर चढ़ाता है. हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि बाबा के मुंह से मदिरा का कटोरा लगाने के बाद मदिरा धीरे-धीरे गायब भी हो जाती है.
इस मंदिर में बाबा के दर्शन के लिए हर रोज हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है. इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह मंदिर लगभग छह हजार साल पुराना है. इस मंदिर में मांस, मदिरा, बलि, मुद्रा जैसे प्रसाद चढ़ाए जाते हैं.
ऐसा भी कहा जाता है कि पहले के जमाने में यह कुछ तांत्रिक लोग अलग तरह से पूजा पाठ करते थे और कुछ विशेष अवसरों पर काल भैरव को मदिरा का भोग भी चढ़ाया जाता था. लेकिन कुछ वर्षो बाद इस मंदिर को आम लोगों के लिए भी खोला जाने लगा और हर कोई यह दर्शन करने के लिए आने लगा और सुनी बातों के अनुसार बाबा को मंदिर में मदिरा चढाने लगा तो बाबा ने भोग स्वीकारना यूं ही जारी रखा.