शास्त्रों के मुताबिक़ बताया गया है कि जो व्यक्ति सुबह-सुबह सूरज की पहली किरण के साथ सूर्य को अर्ध्य देता है उस व्यक्ति के जीवन में कभी किसी प्रकार की कोई बाधा नहीं आती है और उसका परिवार हमेशा खुशहल रहता है. यही नहीं बल्कि उस व्यक्ति को घर के साथ-साथ समाज में भी मान-सम्मान के साथ धन-वैभव प्राप्त होता है. ऐसे भी मान्यता है कि जो व्यक्ति हर रोज सुबह इस मंत्र का जाप करता है, उसे राजयोग प्राप्त होता है. लेकिन ऐसा भी बताया गया है कि अगर आप इसे सही तरीके से नहीं करते हैं तो आपको इसके पूरे फल की प्राप्त नहीं होती हैं. इसलिए आज हम आपको बताएंगे सूर्य को अर्ध्य करने का सही तरीका. सबसे पहले सूर्य को प्रणाम करें, फिर इस मंत्र का जाप करें. कनकवर्णमहातेजं रत्नमालाविभूषितम्। प्रातः काले रवि दर्शनं सर्व पाप विमोचनम्।। इसके बाद हर रोज सुबह और शाम अपने पिता के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लें. अगर आप घर में सूर्य ग्रह की शांति चाहते हैं तो बिल्व पत्र की जड़ को रविवार के दिन गुलाबी धागे से पीली धातु के कवर में धारण करें. ध्यान रहे कि घर की पूर्व दिशा साफ सुथरा रहें. ऐसा माना जाता हैं कि घर की पूर्व दिशा में वास्तुदोष नहीं होना चाहिए इससे घर में कई समस्या आती है. आप चाहे तो बंदर और गाय को भोजन करवाए इसे शुभ माना गया है. इससे घर में माँ लक्ष्मी का वास होता है. इसके अलावा आप गुड का भी दान कर सकते है. इससे आपके रुके हुए कार्य पूरे होंगे.

इस मन्त्र को सुबह-सुबह बोलने से मिलता है राजयोग

शास्त्रों के मुताबिक़ बताया गया है कि जो व्यक्ति सुबह-सुबह सूरज की पहली किरण के साथ सूर्य को अर्ध्य देता है उस व्यक्ति के जीवन में कभी किसी प्रकार की कोई बाधा नहीं आती है और उसका परिवार हमेशा खुशहल रहता है. यही नहीं बल्कि उस व्यक्ति को घर के साथ-साथ समाज में भी मान-सम्मान के साथ धन-वैभव प्राप्त होता है.शास्त्रों के मुताबिक़ बताया गया है कि जो व्यक्ति सुबह-सुबह सूरज की पहली किरण के साथ सूर्य को अर्ध्य देता है उस व्यक्ति के जीवन में कभी किसी प्रकार की कोई बाधा नहीं आती है और उसका परिवार हमेशा खुशहल रहता है. यही नहीं बल्कि उस व्यक्ति को घर के साथ-साथ समाज में भी मान-सम्मान के साथ धन-वैभव प्राप्त होता है.    ऐसे भी मान्यता है कि जो व्यक्ति हर रोज सुबह इस मंत्र का जाप करता है, उसे राजयोग प्राप्त होता है. लेकिन ऐसा भी बताया गया है कि अगर आप इसे सही तरीके से नहीं करते हैं तो आपको इसके पूरे फल की प्राप्त नहीं होती हैं. इसलिए आज हम आपको बताएंगे सूर्य को अर्ध्य करने का सही तरीका. सबसे पहले सूर्य को प्रणाम करें, फिर इस मंत्र का जाप करें.  कनकवर्णमहातेजं रत्नमालाविभूषितम्।  प्रातः काले रवि दर्शनं सर्व पाप विमोचनम्।।    इसके बाद हर रोज सुबह और शाम अपने पिता के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लें. अगर आप घर में सूर्य ग्रह की शांति चाहते हैं तो बिल्व पत्र की जड़ को रविवार के दिन गुलाबी धागे से पीली धातु के कवर में धारण करें. ध्यान रहे कि घर की पूर्व दिशा साफ सुथरा रहें. ऐसा माना जाता हैं कि घर की पूर्व दिशा में वास्तुदोष नहीं होना चाहिए इससे घर में कई समस्या आती है. आप चाहे तो बंदर और गाय को भोजन करवाए इसे शुभ माना गया है. इससे घर में माँ लक्ष्मी का वास होता है. इसके अलावा आप गुड का भी दान कर सकते है. इससे आपके रुके हुए कार्य पूरे होंगे.

ऐसे भी मान्यता है कि जो व्यक्ति हर रोज सुबह इस मंत्र का जाप करता है, उसे राजयोग प्राप्त होता है. लेकिन ऐसा भी बताया गया है कि अगर आप इसे सही तरीके से नहीं करते हैं तो आपको इसके पूरे फल की प्राप्त नहीं होती हैं. इसलिए आज हम आपको बताएंगे सूर्य को अर्ध्य करने का सही तरीका. सबसे पहले सूर्य को प्रणाम करें, फिर इस मंत्र का जाप करें.

कनकवर्णमहातेजं रत्नमालाविभूषितम्।

प्रातः काले रवि दर्शनं सर्व पाप विमोचनम्।।

इसके बाद हर रोज सुबह और शाम अपने पिता के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लें. अगर आप घर में सूर्य ग्रह की शांति चाहते हैं तो बिल्व पत्र की जड़ को रविवार के दिन गुलाबी धागे से पीली धातु के कवर में धारण करें. ध्यान रहे कि घर की पूर्व दिशा साफ सुथरा रहें. ऐसा माना जाता हैं कि घर की पूर्व दिशा में वास्तुदोष नहीं होना चाहिए इससे घर में कई समस्या आती है. आप चाहे तो बंदर और गाय को भोजन करवाए इसे शुभ माना गया है. इससे घर में माँ लक्ष्मी का वास होता है. इसके अलावा आप गुड का भी दान कर सकते है. इससे आपके रुके हुए कार्य पूरे होंगे.

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