गौरतलब है, कि छत्तीसगढ़ के अचानकपुर गाव में रहने वाली एक मासूम लड़की ने अपने गाव में पीने के पानी की समस्या को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बेहद परेशानी भरा और मार्मिक खत लिखा है. दरअसल छत्तीसगढ़ के इस गांव में पानी की समस्या हमेशा से ही रही हैं. आज आज़ादी के इतने सालों बाद भी इस गाव में पानी की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है . बस गाव की इसी समस्या को देखते हुए दस वर्षीय मानसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक सप्ताह पहले एक खत के जरिये गांव में हैंडपंप न होने से हो रही तकलीफ के बारे में जानकारी दी थी . पर तब उस मासूम सी बच्ची मानसी के साथ साथ उसके घर वालों को भी ये बिल्कुल उम्मीद नहीं थी, कि इस समस्या पर कोई सुनवाई भी होगी.
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मगर हम आपको बता दे कि प्रधानमंत्री ऐसे मामलों को बहुत गंभीरता से लेते है. यह पहले भी कई बार देखने को मिल चुका है. गौरतलब है, कि इस मासूम लड़की के मार्मिक खत पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने तुंरत ही इस पर एक्शन लिया और वहां से आदेश जारी होते ही स्थानीय अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया . इसके बाद कई अफसर रविवार को दौड़े दौड़े मानसी के घर पहुंचे और बोर खुदवा कर हैंडपंप भी लगवा दिया . वैसे आपको बता दे कि यह मामला छत्तीसगढ़ में महासमुंद के अचानकपुर गांव का है . जहां मानसी के पिता हेमंत, मां चंद्रिका और बड़े भाई के साथ शासकीय भवन उप स्वास्थ्य केंद्र अचानकपुर में ही रहते हैं.
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दरअसल मानसी समेत उसके पूरे गांव को पानी की समस्या से रोज दो चार होना यानि झूझना पड़ता था. तो वही रिश्ते में अपनी बड़ी बहन से प्रेरित होकर मानसी ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘दादाजी’ कहते हुए यह खत लिखा. साथ ही इस खत में मानसी ने पानी की समस्या को लेकर यह लिखा था, कि हमारे घर में नल लगवा दीजिए दादाजी, क्योंकि पानी के लिए हमें बहूत दूर जाना पड़ता है. यहाँ तक कि हमारे घर की खिड़की भी टूट रही है और यह जंगली इलाका है. इसलिए हमें जानवरों के घर में घुस जाने का डर भी लगा रहता है.
गौरतलब है, कि ये खत मानसी ने अपने परिचय के मुंह बोले भाई के माध्यम से पीएमओ की साइट पर अपलोड कराया और अब हैंडपंप लग जाने के बाद मानसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद भी दे रही हैं. इसके बाद मानसी की मां ने बताया कि हम तो शिकायत करते करते हार चुके थे, लेकिन हमारी बेटी के एक पत्र ने एक झटके में ही ये काम कर दिया. साथ ही मानसी की मां ने प्रधानमंत्री को खत पर सुनवाई करने और सुविधा दिलवाने के लिए शुक्रिया अदा भी किया .