प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू किस हद तक लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है इसकी बानगी अब विरोधियों के खेमें में भी देखी जा सकती है। एक तरफ जहां तमाम विरोधी पार्टियों के नेता आरएसएस और मोदी सरकार को कट्टर हिंदूवादी और तानाशाह सरकार का रूप देते आए हैं वहीं उन्हीं के पाले में ही खड़े होकर एक मुस्लिम नेता ने मोदी सरकार के पक्ष में बड़ा ऐलान करते हुए आरएसएस चीफ को देश का राष्ट्रपति बनाने की मांग की है।
दरअसल अपनी पार्टी की लीक से अलग हटकर कांग्रेस के एक दिग्गज मुस्लिम नेता ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को देश का राष्ट्रपति बनाने की मांग बुलंद कर दी है। पूर्व रेल मंत्री और कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जाफर शरीफ ने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की देशभक्ति संदेह से परे है देश के अगले राष्ट्रपति के लिए वह सबसे काबिल शख्स हैं। इस बाबत उन्होंने पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी है। बता दें कि वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है।
खबरों के मुताबिक शरीफ के द्वारा प्रधानमंत्री को भेजे गए पत्र में लिखा है कि भारत जैसे देश में कई विचारधाराएं प्रवाह करती हैं। वहीं संघ प्रमुख मोहन भागवत भले ही हम लोगों से अगल विचारधारा रखते हैं, लेकिन उनकी देशभक्ति और देश के नागरिकों से उनका प्यार शक के कबिल नहीं होना चाहिए। वहीं कांग्रेस पहले ही यह ऐलान कर चुकी है कि मोहन भागवत को राष्ट्रपति बनाने के किसी भी सरकारी कदम का पार्टी पूर्णरूप से विरोध करेगी।
हालांकि संघ प्रमुख मोहन भागवत पहले ही इन सब बातों से किनारा कर चुके हैं। उन्होंने खुद राष्ट्रपति पद को अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने कहा था कि अगर उनके पास ये प्रस्ताव आता भी है तो वह उसे अस्वीकार कर देंगे। कांग्रेस के इस दिग्गज नेता के साथ साथ शिवसेना भी भारत के अगले राष्ट्रपति के लिए मोहन भागवत के नाम पर सहमति जता चुकी है। बता दें कि शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा था कि किसी स्वच्छ छवि के व्यक्ति को ही भारत का अगला राष्ट्रपति बनाया जाना चाहिए और अगर भारत को एक हिन्दू राष्ट्र बनाना है तो मोहन भागवत देश के अगले राष्ट्रपति के रूप में अच्छी पसंद हैं।