वनरक्षाकर्मी मार्क आंद्रे एक दिन काटे जाने वाले पेड़ों पर निशान बनाने जंगल के अंदर पहुंचे थे तभी उन्हें यह डरावनी चीज जंगल में दिखाई दी। दरअसल, यहां उन्हें एक झोपड़ी नजर आई। वे सोच में पड़ गए कि आखिर जंगल के बीचोंबीच यह झोपड़ी कहा से आ गई।
हालांकि आद्रें पहले भी इस इलाके में आते रहे थे लेकिन इससे पहले उन्होंने यह झोपड़ी यहां नहीं देखी थी। फिर अचानक से यह आई कहां से..? आंद्रे एक पल के लिए इस सोच में डूब गए। आंद्रे ने जब इस रहस्यमय झोपड़ी के अंदर देखा तो उसके होश उड़ गए।
रेंजर जैसे ही झोपड़ी के अंदर पहुंचा तो देखा कि वहां एक घर की तरह रहने की सारी सुविधाएं मौजूद थी। रेंजर सोच में पड़ गया कि आखिर ऐसी सुनसान और खौफनाक जगह क्यों कोई रहना चाहता है..?
जैसे-जैसे झोपड़ी को छानबीन की तो पता लगा कि यहां महीनों तक रहने के लिए सामान मौजूद था, खाने-पीने का सामान, मसाले के साथ-साथ बिस्तर, सोफे, टाइपराइटर भी मौजूद था।
रेंजर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि घर की कुछ चीजें देखकर लगा कि यहां कोई बेहद परेशान या फिर सनकी आदमी रहता था।उसने अपने ही कॉफी टेबल को अजीब तरह से गोद रखा था। बाहर से झोपड़ी नजर आ रहा ये घर कॉन्क्रीट बेस पर बनाया गया था। इसकी दीवारें भी मजबूत लकड़ी से बनाई गई थीं। हालांकि, इसे इस तरह से बनाया गया था कि जंगल के बीच ये किसी को नजर न आए।
रेंजर ने इस झोपड़ी के अंदर एक नोटिस छोड़ दिया, जिसमें इसे बनाने वाले को लिखा, कि पब्लिक प्रॉपर्टी पर इस तरह कैपिंग करना गैरकानूनी है। इसके साथ उसे घर यहां से हटाने की भी बात कही।
कुछ दिन बाद जब रेंजर अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे ते वे हैरान थे, घर वहां से गायब हो चुका था। हैरत की बात तो ये थी कि वहां एक कील तक नहीं थी। बड़ी सफाई से झोपड़ी को वहां से हटाया गया था। आंद्रे सोच में पड़ गए कि आखिर ये कैसे संभव है?