हिन्दू धर्म में पीपल के पेड़ का काफी महत्व है। माना जाता है कि पीपल के पेड़ में मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का वास होता है और पूजा करने से इनकी कृपा मिलती है। बहुत कम लोग जानते है कि पूरे दिन में एक ऐसा समय भी होता है, जब पीपल के पेड़ के पास नहीं जाना चाहिए। उस विशेष समय में वहां पर जाने से व्यक्ति को कई तरह से हानि होने लगती है।योगा डे स्पेशलः उंगलियों की टिप्स पर अब आप भी बना सकते है सेहत, जानिए कैसे…
सूर्योदय के समय पीपल के पेड़ में मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का वास होता है, इस समय पीपल के पेड़ में दीपक जलाने से उनकी कृपा मिलती है और कभी भी धन की कमी नहीं होती।
सूर्य डूबने के बाद पीपल के पेड़ के नीचे मां लक्ष्मी की बड़ी बहन अलक्ष्मी का वास होता है और उस समय वहां पर जाने से व्यक्ति अपने साथ दरिद्रता ले आता है।
अगर किसी व्यक्ति पर शनि की साढ़े साती चल रही हो तो उसे दोपहर 12 बजे से पहले पीपल के पेड़ की 108 परिक्रमा करनी चाहिए। ऐसा करने से शनि का प्रकोप कम होता है।
अधिकतर लोग परिक्रमा से पहले ही पीपल के पेड़ पर कलावा बांध देते है, जबकि परिक्रमा के दौरान ही 108 बार कलावा बांधना होता है। इससे शनि ग्रह के दुष्परिणाम कम हो जाते हैं।