New Delhi : जज्बा होता है कुछ कर गुजरने का… यू हीं नहीं लोग मिसाल बनते हैं… कुछ ऐसी ही कहानी है भारत की महिला धावक मन कौर की जिनकी उम्र 101 साल है औऱ उन्होंने उम्र को मात देते हुए जित लिया है गोल्ड मेडल।
न्यूजीलैंड के ऑकलैंड शहर में आयोजित स्पर्धा वर्ल्ड मास्टर्स गेम्स में भारत की महिला धावक मन कौर ने 101 साल की उम्र में परचम लहराते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। मन कौर ने 100 मीटर रेस में यह मेडल जीता है।
मन कौर ने अपने करियर में यह 17वां गोल्ड मेडल हासिल किया है। 1 मिनट 14 सेकंड्स में यह दूरी तय कर एक रिकॉर्ड कायम किया है। मन कौर 101 साल की बड़ी उम्र के बावजूद अपने लक्ष्य की ओर काफी तेजी से बढ़ती दिखाई दीं।
उसेन बोल्ट के 64.42 सेकंड के रिकॉर्ड से कुछ सेकंड ही कम हैं मन कौर। उसेन बोल्ट ने 2009 में 100 मीटर की रेस में यह रिकॉर्ड कायम किया था।
25,000 प्रतिभागियों वाली इस स्पर्धा में 100 या उससे अधिक उम्र की कैटिगिरी में मन कौर अकेली धावक थीं।
न्यूजीलैंड के मीडिया में ‘चंडीगढ़ का आश्चर्य’ कही जा रहीं मन कौर के लिए इस स्पर्धा में भाग लेना ही सबसे बड़ा लक्ष्य था।
मन कौर ने कहा, ‘मैं इस रेस को एंजॉय किया और मैं बेहद खुश हूं। मैं अब भी दौड़ना जारी रखूंगी। अभी रूकने वाली नहीं हूं, फुलस्टॉप नहीं आया है।’ कौर ने 8 वर्ष पहले 93 साल की उम्र में ऐथलेटिक्स में भागीदारी शुरू की थी।
मन कौर को उनके बेटे गुरदेव सिंह ने इंटरनैशनल मास्टर्स सर्किट से जुड़ने का सुझाव दिया था। इससे पहले उनका खेलों को प्रति कोई अनुभव नहीं था।
मेडिकल चेक-अप में ऑल क्लियर घोषित किए जाने के बाद कौर ने अपने बेटे के साथ अब तक दुनिया भर में एक दर्जन के करीब स्पर्धाओं में हिस्सा लिया है।
अपने मेडलों की संख्या को 20 तक पहुंचाने के लिए कौर ऑकलैंड में 200 मीटर रेस, दो किलोग्राम गोला फेंक और 400 ग्राम भाल फेंक स्पर्धा में भी हिस्सा लेना चाहती हैं।