इस्राइल ने ईरान पर मिसाइलों से जवाबी हमला किया है। अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी है। ईरान के एयरपोर्ट पर तेज धमाके की आवाज सुनी गई है। ईरान की मीडिया ने भी दावा किया है कि ईरान के शहर इस्फहान के एयरपोर्ट में धमाके की आवाज सुनी गई है।
बीते दिनों ईरान ने इस्राइल पर मिसाइलों और ड्रोंस से हमला किया था। अब खबर आई है कि इस्राइल ने भी पलटवार किया है और ईरान पर मिसाइलों से हमला किया है। वहीं, ईरान ने हमलों की खबर के बीच आज सुबह अपनी वायु-रक्षा प्रणाली को सक्रिय कर दिया। आइए जानते हैं कि अबतक क्या कुछ हुआ है-
- ईरान ने हाल ही में इस्राइल पर हमला किया था। अब इस्राइल ने इसका जवाब दिया है। अमेरिकी मीडिया के अनुसार, इस्राइल ने ईरान के खिलाफ जवाबी हमला किया है।
- इस्राइल के हमले के बाद ईरान ने अपनी वायु-रक्षा प्रणाली को कई शहरों में सक्रिय कर दिया है। राज्य मीडिया ने दावा किया है कि ईरान के शहर इस्फहान के एयरपोर्ट में धमाकों की आवाजें सुनी गई हैं।
- ईरान के कई परमाणु ठिकाने इसाफान प्रांत में ही स्थित हैं, जिनमें ईरान में यूरेनियम संवर्धन का प्रमुख केंद्र भी यहीं पर मौजूद है। अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान के हवाई क्षेत्र में कई फ्लाइट्स के मार्ग बदले गए हैं।
- कुछ मीडिया रिपोर्टों के अनुसार मिसाइलें दागी गई थीं। जबकि ईरान का कहना है कि उन्होंने कई ड्रोंस को मार गिराया, लेकिन फिलहाल कोई मिसाइल हमला नहीं हुआ है।
- ईरान की अंतरिक्ष एजेंसी के प्रवक्ता हुसैन डालिरियन ने एक्स पर कहा, ‘देश की वायु रक्षा द्वारा कई ड्रोन को सफलतापूर्वक मार गिराया गया है, अब तक मिसाइल हमले की कोई रिपोर्ट नहीं है।’
- ईरान में विस्फोटों की खबरों के बाद इस्राइली सेना ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
- यूएस फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन डेटाबेस पर पोस्ट किए गए एयरमैन को दिए गए नोटिस के अनुसार, तेहरान के इमाम खुमैनी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को सभी उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया है।
- ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइटरडार24 पर दिखाए गई उड़ान यात्रा के अनुसार, शुक्रवार तड़के ईरान के ऊपर से उड़ान भरने वाली कुछ अमीरात और फ्लाईदुबई उड़ानें हवाई क्षेत्र से अचानक डायवर्ट हो गईं।
- बीते दिनों ईरान ने इस्राइल पर 300 से ज्यादा मिसाइलों और ड्रोन्स से हमला किया था। हालांकि ये मिसाइलें और ड्रोंस इस्राइल की हवाई सुरक्षा को नहीं भेद पाई थीं।
- दरअसल, ईरान के दमिश्क स्थित दूतावास पर हमला हुआ था। इस हमले में ईरान की सेना के दो शीर्ष कमांडर्स समेत सात लोगों की मौत हुई थी। ईरान ने इस हमले का आरोप इस्राइल पर लगाया था। ईरान ने चेतावनी दी थी कि अगर इस्राइल ने उन पर हमला किया तो वे और ताकत के साथ पलटवार करेंगे।
पूरे पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की आशंका
ईरान और इस्राइल के बीच तनाव का यह मामला संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी उठा था। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में इस्राइल ने मांग की थी ईरान की सेना को आतंकी संगठन घोषित किया जाए। वहीं ईरान ने इस्राइल को चेताया था कि अगर उसने ईरान पर हमले की कोशिश की तो उसके नतीजे गंभीर होंगे। ईरान ने अमेरिका से भी दोनों देशों के बीच न आने की चेतावनी दी थी। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने दोनों देशों से अपील की थी कि वे शांति से मामला निपटाएं क्योंकि पश्चिम एशिया एक और युद्ध झेलने की स्थिति में नहीं है। कई विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि अब इस्राइल हमास युद्ध के बाद इस्राइल ईरान तनाव से पूरे अरब क्षेत्र में तनाव बढ़ सकता है।