राज्य खेल विकास संस्थान और खेल विज्ञान केंद्र की स्थापना होगी। इससे खिलाड़ियों को तकनीकी, वैज्ञानिक, मनोवैज्ञानिक प्रशिक्षण मिलेगा। इस क्षेत्र में शोध कार्य से राज्य के खिलाड़ियों को उनके कौशल विकास में सहायता मिलेगी।
राष्ट्रीय खेलों में दमदार प्रदर्शन करने वाले उत्तराखंड के खिलाड़ी अब ओलंपिक की तैयारी में लगेंगे। राज्य सरकार ने खेलों में कामयाबी का इतिहास बनाने के लिए विदेशी कोच से लेकर तमाम योजनाएं शुरू करने की ठानी है।
आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में सरकार ने भावी योजनाओं का जिक्र किया है। इसके तहत राज्य में खेल विवि स्थापित किया जाएगा, जिसका खेल विवि विधेयक हाल ही में विधानसभा से पास हुआ है। इसी प्रकार, राज्य में महिला खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए ऊधमसिंह नगर में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज बनाया जाएगा। राज्य खेल विकास संस्थान और खेल विज्ञान केंद्र की स्थापना होगी। इससे खिलाड़ियों को तकनीकी, वैज्ञानिक, मनोवैज्ञानिक प्रशिक्षण मिलेगा। इस क्षेत्र में शोध कार्य से राज्य के खिलाड़ियों को उनके कौशल विकास में सहायता मिलेगी।
राज्य के उदीयमान खिलाड़ियों को राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने के लिए सरकार विदेशी कोच को अनुबंध के आधार पर तैनात करेगी। इसके अलावा राज्य के खिलाड़ियों को प्रतियोगिता एवं प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए रोडवेज की बसों में निशुल्क यात्रा की सुविधा दी जाएगी। वहीं, महाविद्यालयों व व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए सरकार पांच प्रतिशत उत्कृष्ट खिलाड़ी खेल कोटा भी देगी।
युवा कल्याण के लिए ये भी भावी योजनाएं
युवाओं और आमजन के लिए यूआईडीएफ योजना के तहत 116 स्थानों पर नाबार्ड के माध्यम से ओपन जिम स्थापित किए जाएंगे।
ग्राम पंचायत या ब्लॉक स्तर पर युवाओं से संबंधित समस्त जानकारी एक स्थान पर प्राप्त करने और मंगल दलों के उपयोगार्थ मिलन केंद्र बनाए जाएंगे।
हर साल आने वाले आपदाओं के मद्देनजर पीआरडी जवानों का एक आपदा राहत दल तैयार होगा, जो प्रत्येक जिले, तहसील एवं गांव तक प्रथम राहतकर्ता का कार्य करेंगे। ये पूर्ण रूप से प्रशिक्षित व राहत उपकरणों से लैस होंगे। शुरुआत में हर जिले में 20 से 25 युवाओं का एक यूनिट गठित की जाएगी।
राज्य में युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए नई युवा नीति और मंगल दलों के लिए युवा मंगल दल आयोग गठन की भी योजना है।
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