उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में पिछले दो दिन से हो रही बारिश से पहाड़ से मैदान तक भारी तबाही मची हुई है। CM शिवराज का सख्त बयान, अगर वृद्ध माता-पिता की सेवा नहीं की तो जाना होगा जेल
शुक्रवार रात रुड़की के मोहम्मदपुर मथाना गांव के पास सोलानी नदी पर बना तटबंध करीब सौ मीटर टूट गया। इससे जहां हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई है। कई घरों में बाढ़ का पानी दाखिल होने से ग्रामीणों के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है। एसडीएम की अगुवाई में राजस्व विभाग की टीम ने गांव में डेरा डाल दिया है। सिंचाई विभाग की टीम टूटे तटबंध की मरम्मत में जुट गई है। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी से स्थिति की जानकारी ली है।पिछले तीन दिन से हो रही बारिश से सोलानी उफान पर हैं। शुक्रवार रात 12 बजे मोहम्मदपुर मथाना गांव के पास सौ मीटर तटबंध टूट गया। इससे करनपुर, रुहालकी, महेशरा, गोवर्धनपुर, अब्दीपुर, सहीपुर, यहियापुर, सिकंदरपुर कलां, शाहपुर, प्रहलादपुर, हस्तमौली समेत कई गांवों की हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई। इससे किसानों के सामने अब मवेशियों के लिए चारे का संकट भी खड़ा हो गया है।
मथाना की दलित बस्ती में बाढ़ का पानी घुसने से ग्रामीणों के सामने भारी मुसीबत खड़ी हो गई है। बाढ़ से बचने को कई ग्रामीणों ने घरों की छतों पर डेरा डाल लिया है। उपजिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्रा की अगुवाई में राजस्व विभाग की टीम ने मथाना गांव में डेरा डाल दिया है। बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचाने के साथ ही सिंचाई विभाग की टीमों ने टूटे तटबंध की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। हालांकि नदी के तेज बहाव के चलते मरम्मत में परेशानी आ रही हैं। मोहम्मदपुर मथाना, करणपुर, रुहालकी, महेश्वरा, सहीपुर, धर्मपुर, अब्दीपुर, ययिहापुर, सिकंदरपुर, शाहपुर, गोवर्धनपुर में बाढ़ का खतरा बना हुआ है।