प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तराखंड में दो दिवसीय वैश्विक इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन किया। इसके बाद पहले निवेश कर चुकी कंपनियों द्वारा लगाए गए विकास परियोजनाओं की प्रदर्शनी का निरीक्षण किया। समिट में पांच हजार से अधिक निवेश और प्रतिनिधि शामिल हुए। सम्मलेन के पहले दिन निवेश करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री धामी ने निवेशकों को प्रेरित किया। वहीं, निवेशक भी उत्तराखंड में निवेश करने के लिए उत्साहित नज़र आ रहे हैँ। इस दौरान पहले अडानी ग्रुप ने उत्तराखंड में निवेश का ऐलान किया। इसके बाद जिंदल ग्रुप, बाबा रामदेव सहित अन्य कंपनियों ने बड़े पैमाने पर निवेश का ऐलान किया।
इन्वेस्टर समिट में पहुंचे अडानी इंटरप्राइजेज के निदेशक प्रणव अडानी ने सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखंड के लिए मेरे दिल में विशेष स्थान है। यहां आना सौभाग्य की बात है। यह लैंड ऑफ गॉड है। राज्य में निवेश को लेकर पिछले पांच सालों में बड़े बदलाव हुए हैं। उन्होंने बताया कि सिटी गैस, डिस्ट्रीब्यूशन और सीमेंट के क्षेत्र में पहले से इन्वेस्टमेंट है। इसके साथ ही कई क्षेत्रों में बड़े इनवेस्टमेंट का ऐलान किया।
इन क्षेत्रों में इनवेस्ट करेगा अडानी ग्रुप
- अम्बुजा सीमेंट के रुड़की प्लांट की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए 300 करोड़,
- कुमाऊं में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने के लिए 800 करोड़,
- पंतनगर में 1000 एकड़ भूमि पर एयरोसिटी बनाने का ऐलान,
- ऋषिकेश और देहरादून के बीच 1400 करोड़ ग्राइंडिंग यूनिट लगाने की घोषणा,
- 200 स्टेट बसें चलाई जाएंगी।
पतंजलि देगा 10 हजार रोजगार
बाबा रामदेव ने इन्वेस्टर्स समिट में अपने संबोधन में कहा कि यह उत्तराखंड के लिए बेहद गौरवपूर्ण क्षण है। इस मौके पर उन्होंने 10 हजार करोड़ के निवेश के साथ ही 10 हजार से अधिक लोगों को रोजगार देने का ऐलान किया।