उन्नाव रेप कांड में बीजेपी विधायक द्वारा किशोरी के पिता की हत्या की घटना में सीबीआई ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सीबीआई ने किशोरी के पिता के साथ हुई मारपीट की घटना में 11 लोगों को बयान दर्ज करने के लिए नोटिस जारी की है। नोटिस के दायरे में आने वाले लोगों को तीन दिन के अंदर बयान दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
सूत्रों की माने तो सीबीआई बयान दर्ज कराने के लिए कई दिनों से प्रयास कर रही थी। हालांकि किसी के हाजिर न होने पर 160 सीआरपीसी के तहत सभी को नोटिस जारी की गई है।
विधायक प्रकरण में सीबीआई किसी तरह की कोताही बरतने के मूड में नहीं है। हाईकोर्ट की सख्ती के बाद अब सीबीआई ने घटना की एक एक कड़ी को जोड़ना शुरू कर दिया है।
जून 2017 में दर्ज मुकदमें में किशोरी की मेडिकल व उम्र परीक्षण रिपोर्ट हासिल करने के बाद सीबीआई ने किशोरी के पिता के साथ हुई मारपीट की घटना की भ्ज्ञी गहनता से तफ्तीश शुरू कर दी है। सीबीआई ने किशोरी के पिता के साथ जिस स्थान पर मारपीट हुई थी उसके आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ की कोशिश की थी। हालांकि दबाव के चलते एक भी व्यक्ति सीबीआई के सामने नहीं आया था।
सीबीआई ने गांव के लोगों से बयान लेने की भी कोशिश की थी लेकिन वह सफल नहीं हुई थी। इस बीच सीबीआई ने गांव के 11 लोगों को चिहिन्त करते हुए उन्हें 160 सीआरपीसी के तहत बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस जारी की है। सीबीआई के अधिकारियों का कहना है कि जांच में सहयोग के लिए नोटिस जारी की गई हैं। सभी को सीबीआई के लखनऊ स्थित कार्यालय में तीन दिन के अंदर बयान दर्ज कराने को कहा गया है।