पूर्व मुख्यमंत्री तथा नेकां के कार्यकारी अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने रियासत में हिंसा तथा खूनखराबे के दौर को रोकने के लिए पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है।उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने का सुझाव देते हुए कहा कि हिंसा का दुष्चक्र रोकने के लिए सरकार चाहे जो भी फार्मूला तय करे नेशनल कांफ्रेंस मुख्यमंत्री के साथ चलने को तैयार है।
शोपियां में सेना की फायरिंग में दो लोगों की मौत पर विपक्ष के काम रोको प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए उमर ने कहा कि आज इस गंभीर विषय पर जो चर्चा हो रही है वह एक-दूसरे पर उंगली उठाने के लिए नहीं है।
राजनीति हमारी ओर से नहीं हो रही है, बल्कि गठबंधन की ओर से ही हो रही है। मेहरबानी करके राजनीति करना छोड़ दें। फौरी तौर पर मारे गए युवकों को इंसाफ दिलाना है। कैसे हिंसा तथा खूनखराबे का सिलसिला रुके इस पर बात होनी चाहिए।