लखनऊ: इसको चुनावी फीवर कहा जाए या फिर भावनाओं में बह जाना कि उमा भारती जैसी फायर ब्राण्ड नेता ने ऐसा बयान दे दिया। उमा भारती ने कहा कि अगर गंगा साफ नहीं हुई तो वह अपने प्राण दे देंगी।
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निर्मल गंगा का उपहार देना चाहती हैं। केंद्र ने इस काम के लिए 20 हजार करोड़ रुपये का बजट दिया है।
इसमें सभी राजनीतिक दल सहयोग कर रहे हैंए अफसरों का भी सहयोग मिला है। सर्वोच्च न्यायालय का भी पूरा सहयोग है। इसके बाद भी यदि गंगा को अविरल और निर्मल नहीं कर सकी तो मैं प्राण दे दूंगी। यूं तो उमा भारती ने गंगा की सफाई को लेकर काफी अहम कदम भी उठाये हैं।
उमा भारती बुधवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में बुधवार को मीडिया से मुखातिब थीं। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड के लिए केंद्र सरकार से मिले करोड़ों रुपये सपा.कांग्रेस और बसपा के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए।
मोदी सरकार ने बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए 3630 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। इसमें से 1304 करोड़ राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कोष से प्रदेश सरकार को दिए गए। केंद्र ने यह रकम सीधे प्रभावित लोगों के बैंक खाते में भेजने के लिए दी थी, लेकिन अखिलेश सरकार ने इसे प्रभावितों तक पहुंचाया ही नहीं।