पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि उनकी सरकार ट्रंप प्रशासन की एकतरफा मांगों को नहीं मानेगी. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ की पाकिस्तान यात्रा से पहले मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. 
‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार शुक्रवार को प्रधानमंत्री आवास में पत्रकारों के एक समूह से बात करते हुए खान ने पारस्परिक सम्मान के आधार पर अमेरिका के साथ द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने की उनकी प्रशासन की नीति को दोहराया. बता दें कि भारत-अमेरिका के बीत पहली 2+2 वार्ता 6 सितंबर से शुरू होने वाली है. इस बैठक से पहले माइक पोम्पिओ 5 सितंबर को पाकिस्तान जाने वाले हैं.
यूएनजीए सत्र में भी हिस्सा नहीं लेंगे इमरान
इमरान खान अगले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में हिस्सा नहीं लेंगे, क्योंकि वह देश में कुछ आवश्यक कार्यों में व्यस्त हैं. विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि सितम्बर में होने वाले 73वें संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में प्रधानमंत्री खान की गैर मौजूदगी में वह पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे. कुरैशी ने 28 अगस्त को कहा था कि प्रधानमंत्री खान अपनी नई सरकार पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं और उनका मानना है कि देश की वर्तमान स्थिति पर ध्यान देने की जरूरत है जिसमें आर्थिक स्थिति भी शामिल है. सूत्रों का हवाला देते हुए स्थानीय मीडिया ने खबर दी है कि हाल में विदेश मंत्रालय की बैठक के दौरान खान ने यूएनजीए सत्र में हिस्सा नहीं लेने के संकेत दिए थे. उन्होंने कुरैशी को निर्देश दिए कि आगामी संयुक्त राष्ट्र सत्र के लिए वह तैयारी करें.
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